कांग्रेस समेत 7 दलों ने चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया दीपक मिश्राके खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव दाखिल कर दिया. कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति वेंक्या नायडू को यह प्रस्ताव थमाया. आज सुबह 11 बजे गुलाम नबी आजाद की अगुवाई में विपक्षी दलों ने राज्य सभा में बैठक की.
जज लोया की मौत की जांच:
मालूम हो, गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जज लोया की मौत की जांच से जुड़ी याचिका ख़ारिज कर दी. इस याचिका में स्वतंत्र जांच की जाए या नहीं, इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया . सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी की जांच वाली मांग की याचिका को ठुकरा दिया था. मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्र ने कहा था कि ऐसी याचिकाएं कोर्ट का समय बर्बाद करती है.
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ, कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर दीपक मिश्र के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर आज चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई थी.
60 सांसदों ने किये हस्ताक्षर:
कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद कि अगुवाई में राज्यसभा में हुई बैठक में 7 दलों के नेता शामिल हुए. इन 7 दलों के 60 नेताओं ने महाभियोग के प्रस्ताव पर अपने हस्ताक्षर किये. नोटिस पर हस्ताक्षर करने वाले दलों में कांग्रेस, राकांपा, माकपा, भाकपा , सपा , बसपा और मुस्लिम लीग शामिल हैं. यह नोटिस राज्यसभा के सभापती वेंक्या नायडू को सौंप दी गयी.
जज का दुर्व्यवहार ठीक नहीं:
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने CJI दीपक मिश्रा के द्वारा लिए गए फैसलों पर दुःख जताया. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान मे लिखा है कि अगर कोई जज दुर्व्यवहार करता है तो संसद का हक है कि वह उसकी जांच कराये. जब से दीपक मिश्रा CJI बने हैं उन्होंने कई गलत फैसले लिए है. उनके इसी व्यवहार के चलते सुप्रीम कोर्ट के चार जजों को प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी थी. यह बहुत ही दुखद है.
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