मेयर पद के चुनाव में शिवसेना के साथ गठबंधन पर प्रश्नचिन्ह अभी भी बरकरार है. पहले जहाँ कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देती नजर आ रही थी. अब कांग्रेस की राय इसपर बदलती नजर आ रही है. कोंग्रेस के पूर्व सांसद गुरुदास कामत ने इसपर बयान जारी करते हुए कहा है कि किसी भी हाल में कोंग्रेस को शिवसेना का साथ नहीं देना चाहिए.
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जबतक भाजपा शिवसेना साथ समर्थन संभव नहीं
- कोंग्रेस का कहना है जबतक भाजपा शिवसेना का साथ है.
- कांग्रेस किसी भी हाल में शिवसेना को समर्थन नहीं दे सकती है.
- दूसरी ओर बिना किसी गठबंधन के बीएमसी में मेयर बनना शिवसेना के लिए संभव नहीं है.
- अगर कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देती है तो
- जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी.
शिवसेना कांग्रेस का गठबंधन संभव ?
- एक तरफ शिवसेना भाजपा के साथ गठजोड़ के लिए राज़ी नहीं हो रही है.
- दूसरी ओर कांग्रेस भी इसपर अटकलें लगा रही है.
- स्थिति जस की तस हो रही है.
- बीएमसी चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है
- चुनावी नतीजों पर गौर करें तो भाजपा और शिवसेना के बीच टक्कर का मुकाबला रहा.
- 27 सीटों वाली बीएमसी में शिवसेना को 84, बीजेपी को 82,
- कांग्रेस 31, एनसीपी को 7 और एमएनएस को 7 सीटें मिली हैं.
- 114 बहुमत का आंकड़ा है जिसे बिना गठबंधन के हासिल करना मुश्किल है.