चुनावों के नजदीक आने के साथ ही देश में दलितों के मुद्दे पर राजनीति बढ़ती जा रही है. आज भारत बंद और दलितों के शोषण पर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उपवास रखा. बीजेपी ने राहुल के उपवास पर पलटवार करते हुए कहा कि ये उपवास नहीं बल्कि उपहास कर रहे हैं. इसी बीच एक तस्वीर सामने आई है जिसमें कांग्रेस नेता छोले-भटूरे खा रहे हैं.
बीजेपी ने बोला उपवास नही उपहास कर रही कांग्रेस:
आज कांग्रेस देशव्यापी उपवास पर है और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी राजघाट पर उपवास कर रहे है. लेकिन इन्ही सब में बीजेपी नेता हरीश खुराना ने एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें कांग्रेस नेता अजय माकन, हारुन युसुफ, अरविंदर सिंह लवली छोले-भटूरे खा रहे हैं. आपको बता दें कि हरीश खुराना दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मदन लाल खुराना के बेटे हैं. कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने इस तस्वीर के सही होने की बात स्वीकार कर ली है.
हरीश खुराना ने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस के नेताओं ने लोगों को राजघाट पर अनशन के लिए बुलाया है. खुद एक रेस्तरां में बैठकर छोले भटूरे के मज़े ले रहे हैं. सही बेवकूफ बनाते हैं.
वहाँ रे हमारे कांग्रिस के नेता,लोगों को राज घाट पर अनशन के लिए बुलाया है और ख़ुद एक रेस्तराँ में बैठ कर छोले भटूरे के मज़े ले रहे हो ।
सही बेफ़क़ूफ बनाते हो । pic.twitter.com/gp2pIYsdOb— Harish Khurana (@HarishKhuranna) April 9, 2018
कांग्रेस नेता ने स्वीकारा आज की ही है तस्वीर
कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने स्वीकार किया है कि ये तस्वीर आज की ही है. उन्होंने कहा कि ये तस्वीर सुबह 8 बजे से पहले की है. उन्होंने कहा कि ये एक सांकेतिक उपवास था, पूरे दिन का नहीं था. ये उपवास सुबह 10.30 बजे के बाद शुरू होना था, इसमें कोई दिक्कत नहीं है.
राहुल गांधी के उपवास पर बीजेपी ने एक वीडियो बनाया है. जिसमें बीजेपी कह रही है कि राहुल उपवास करें लेकिन झूठ न फैलाएं. गौरतलब हैं कि खुद बीजेपी को अपने घर से भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. उसके पांच दलित सांसद अपनी ही सरकार से नाराज़ हो गए हैं.
चुनावी राजनीति में दलित अहम:
2014 में मोदी को पीएम बनाने में दलितों का बहुत बडा योगदान था. 2014 के लोकसभा चुनाव में 24 फीसदी दलितों ने बीजेपी को वोट किया था, जबकि पहले ये संख्या 12-14 फीसदी होती थी. 2014 में कांग्रेस को 19 और बीएसपी को देश भर में 14 फीसदी दलितों ने वोट किया. ऐसे में अगर दलितों का मुद्दा और गरम होता है तो बीजेपी की परेशानी बढ़ सकती है.