बजट पेश करते हुए अरुण जेटली ने सरकार की योजनायें गिनाते हुए कहा कि इस साल का बजट ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला होगा. वरिष्ठ नागरिकों पर भी ध्यान दिया जायेगा. गुड गवर्नेंस को आधार बनाकर हमारी सरकार काम करती रही है. 7.4 फीसदी विकास दर का अनुमान अगले सत्र में किया जा रहा है. हमारा फोकस गांवों के विकास पर होगा. उज्जवला और सौभाग्य योजना के जरिये बेहतर काम किया जा रहा है. गरीबों के लिए कई मुफ्त सेवाएं शुरू की गई है. सरकारी सेवाओं के लिए जरुरी प्रमाण पत्र ऑनलाइन करने का काम किया जा रहा है. सर्टिफिकेट अटेस्ट कराने की दुविधा को ख़त्म किया जा रहा है और युवाओं की भागदौड़ कम करने का प्रयास है. जिंदगी जीने के तरीके को आसान बनाने का काम किया जा रहा है. अनावश्यक नियमों के जाल को ख़त्म किया जा रहा है.
कांग्रेस ने बताया बजट को निराशाजनक:
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी बजट पर प्रतिक्रिया देने से बचते हुए चले गए लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया,” न सोच, ना रास्ता, न विज़न, ना क्रियान्वन. हमेशा बातों से काम, पर काम की बात नहीं! सही कहा- नाम बड़े और दर्शन छोटे.” मनीष तिवारी ने कहा कि भाजपा ने केवल किसानों को बोल वचन दिए हैं.
बीजेपी ने बजट को सराहा
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पहली बार किसानों , गरीबों और आदिवासियों के लिए इतना बड़ा बजट आया है. एम जे अकबर ने कहा कि पूरा एक घंटा गरीबों के नाम रहा और ये वाकई एक उपलब्धि है. स्मृति ईरानी ने हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम को शानदार कदम बताया जबकि पियुष गोयल ने इसे बेहद संतुलित बजट करार दिया.
पीएम मोदी ने की बजट की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरुण जेटली को बधाई दी और कहा कि देश के विकास को आगे ले जाने वाला बजट है. उन्होंने कहा कि किसान, विकास और व्यापार के लिए ये फ्रेंडली बजट है. 21वीं सदी के लिए बेहतर इन्फ्रा उपलब्ध होंगे. किसानों को फसल का डेढ़ गुना लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य किसानों की आय को बढ़ाने का है. गाँव को विकसित करने का लक्ष्य है ताकि वहां के लोगों का जीवन आसान हो सके. उज्जवला योजना के जरिये महिलाओं को राहत मिली और सशक्तिकरण को बल मिला है. इसीलिए सरकार ने इस योजना को विस्तार देने का काम किया है.