बांदीपुरा एनकाउंटर में घायल हुए सीआरपीएफ अफसर चेतन चीता मैदानी जंग लड़ने के बाद जिन्दगी की जंग लड़ रहे हैं.दिल्ली के एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती सीआरपीएफ अफसर को डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखा है.डॉक्टरों द्वारा उनकी हालत को स्थिर बताया जा रहा है पर वो अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं.
आर्मी चीफ बिपिन रावत चेतन चीता को देखने पहुंचें
- किरण रिजीजू के बाद आर्मी चीफ बिपिन रावत अस्पताल पहुंचें.
- सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता बांदीपुरा एनकाउंटर के दौरान घायल हो गए थे.
- जम्मू कश्मीर से एयर एम्बुलेंस के ज़रिये उन्हें दिल्ली लाया गया.
- डॉक्टर्स की मेडिकल टीम ने बताया उनके सर पर गहरी चोटें आई हुई हैं.
- किरण रिजीजू ने कहा इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है.
- हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
सर्च ऑपरेशन का नेतृत्व
- जैसे ही जवानों को आतंकियों की छुपे होने की खबर मिली थी.
- आतंकियों को ढूँढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया.
- ऑपरेशन में सीआरपीएफ जवानों की अगुवाई चेतन चीता कर रहे थे.
- आतंकियों को इस ऑपरेशन की खबर पहले ही मिल चुकी थी.
- जिसके बाद उन्होंने अपने ठिकानों में तब्दीली कर दी थी.
- आतंकवादियों ने तीस गालियाँ दागी जिसमें उन्हें नौ गोलियां लगीं.
- फिर भी उन्होंने आतंकवादियों को मार गिराया.
- स बहादुरी से उन्होंने इस मिशन को अंजाम दिया वो काबिले तारीफ़ है.