भंगाले ने खडसे के खिलाफ सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री एकनाथ खडसे के फोन कनेक्शन का सबूत पेश करने वाले हैकर मनीष भंगाले ने इस मामले में मुंबई हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है।
भंगाले का दावा था कि दाऊद के कराची स्थित घर के लैंडलाइन फोन से एकनाथ खडसे के नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बार-बार कॉल की गई थी। भंगाले ने पाकिस्तान टेली-कम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड का बिल पेश कर यह दावा किया था। इस दावे में के बाद महाराष्ट्र सहित देश की राजधानी में भी खलबली मच गई थी।
इस संबंध में मनीष ने पीएमओ को भी जानकारी दी है और कुछ डाक्यूमेंट्स भी भेजे हैं!
खडसे ने किया था अपना बचाव :
खडसे की ओर से दिखाए गए दूसरे पत्र में इंडियन एविडेंस एक्ट के तहत एक सर्टिफिकेट जारी किया गया था, जिसमें नोडल ऑफिसर ने कहा था कि उन्होंने CDR को सर्वर से मिलाया है दिया गया डाटा है सही है।
इन दोनों दस्तावेजों में यह कहीं नहीं लिखा कि मोबाइल नंबर 9423073667 पर बीते सात महीने में कराची से कोई फोन नही आया। खडसे के मोबाइल नंबर बंद होने के दावे के बाद हैकर मनीष भंगाले ने एक IVRS रिकॉर्डिंग जारी की, जिसके मुताबिक मोबाइल नंबर अप्रैल 2016 तक एक्टिवेट था और ये भी बताया कि इस नंबर के दो बिल का भुगतान भी फ़रवरी और मार्च में किया गया था।
इससे पहले मामला सामने आने पर मुंबई पुलिस ने खडसे को क्लीन चिट दे दी थी। यहां तक कि क्लीन चिट को आधार बनाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडनवीस ने भी खडसे का बचाव किया था और कहा था कि खडसे पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
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इधर मनीष भंगाले ने अपनी जान को खतरा बताया है और कहा कि महाराष्ट्र पुलिस इस केस पर कुछ नहीं कर रही है और जलगांव SP ने राजस्व मंत्री को क्लीन चीट दे दी। मनीष का कहना है कि पुलिस ने कोई कॉल डिटेल भी नहीं पेश किया और उल्टा मुझे फटकार लगाई!