नोट बैन के बाद देश में सियासत फिर शुरू हो गई है. आम आदमी परेशानियों के बावजूद खुश है जबकि कुछ नेताओं के चेहरे पर इस निर्णय का असर साफ़ देखा जा सकता है!
बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पहले ही इसे गलत निर्णय बता चुके हैं. साथ ही ये नेता और वक्त दिए जाने की मांग भी कर रहे हैं. दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने इसे घोटाला करार दिया है. उन्होंने ट्वीट करके इस घोटाले को उजागर करने की बात भी कही थी.
From evidence pouring in, demonitization is turning out to be a huge scam. Will present evidence at 10 am in a press conf
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 12, 2016
प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी पर लगाया आरोप:
- अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि नोट बैन करना एकदम गलत निर्णय है.
- आम लोगों को इससे बहुत परेशानी हो रही है.
- उन्होंने कहा कि कोई बड़ा आदमी लाइन में नहीं लग रहा है.
- क्या ये लाइन में लगने वाले छोटे और गरीब लोग कालाधन छिपाए थे.
- सरकार पूंजीपतियों के कालेधन को सफ़ेद करने का काम कर रही है.
- उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने अपना काला पैसा पहले ही सफ़ेद कर लिया था.
- इस निर्णय की जानकारी उन्हें पहले से ही थी.
- ये पूरी तरह से आम जनता के खिलाफ लिया गया निर्णय है.
- अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि देश के आम लोग इस फैसले से परेशान हैं.