पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI भारतीय सुरक्षा में सेंध लगाने की कोई कोशिश नहीं छोड़ती है. इसी से जुड़े ताजा मामले में भारतीय वायुसेना के एक ग्रुप कैप्टन को जासूसी के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. अरुण मारवाह पर आरोप है कि उसने गुप्त सूचनाएं साझा की है. लेकिन इसके पीछे हनीट्रैप की बात सामने आई है. माना जा रहा है कि हनीट्रैप के जरिए मारवाह को फंसाया गया और खुफिया जानकारियां निकलवाईं गईं. आरोप है कि अरुण मारवाह ने वायुसेना की खुफिया जानकारी आईएसआई को दीं.

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ग्रुप कैप्टन मारवाह पर आरोप है कि वो कई महीनों से आईएसआई की महिला एजेंट्स के साथ सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे. अरुण मारवाह को 5 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है. वहीँ ये बात भी सामने आई है कि मारवाह एक दूसरा फोन लेकर हेड क्वार्टर जाते थे जो जबकि एयर फ़ोर्स विशेष फोन अधिकारियों को देता है. ऐसे में यहाँ भी मारवाह को आरोपी माना गया है. मारवाह पर ये भी आरोप है कि इसी फोन के जरिये ख़ुफ़िया जानकारी ISI की महिला एजेंट्स को साझा करते थे.

किरण रंधावा और महिमा नाम के अकाउन्ट्स के संपर्क था ग्रुप कैप्टन

बताया जाता है कि किरण रंधावा नाम की प्रोफाइल से बातचीत शुरू होने के बाद वीडियो और फोटो साझा हुए और इसी दौरान कुछ दस्तावेज मारवाह ने साझा किये. जबकि महिमा नाम के दूसरे प्रोफाइल के संपर्क में भी मारवाह ने होने और जानकारी देने की बात स्वीकार की है. महिला के संपर्क में आने के बाद दोनों एक दूसरे को अश्लील मैसेज भेजते थे. अपने जाल में फंसाने के बाद ISI एजेंट ने गोपनीय दस्तावेज की मांग की. आरोप है कि मारवाह ने कुछ गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया करा दिए.

हनीट्रैप की पुष्टि होने पर हुई गिरफ़्तारी:

एयरफोर्स द्वारा हनीट्रैप की पुष्टि होने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मारवाह को गिरफ्तार किया. दरअसल, हनीट्रैप जासूसी का वो तरीका है जो खुबसूरत महिलाओं का इस्तेमाल कर जानकारी निकालने के लिए काम आता है. मारवाह का बेटा भी एयरफ़ोर्स में है. मारवाह पर आरोप है कि  पाक खुफिया एजेंसियों को जो दस्तावेज मुहैया करवाए गए थे उनमें ट्रेनिंग और युद्ध से संबंधित अभ्यास शामिल हैं. गगन शक्ति ऐसा ही अभ्यास है जिसकी जानकारी कैप्टन ने आईएसआई को दे दी है. इस मामले पर जहां पुलिस मुंह बंद किए हुए है वहीं सूत्रों का कहना है कि मारवाह को पटियाला हाउस कोर्ट में जस्टिस दीपक सेहरावत के सामने पेश किया गया था, जहां से उन्हें पांच दिनों की स्पेशल सेल पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.

फेसबुक के जरिये अश्लील सन्देश का आदान-प्रदान

वहीँ सूत्रों का कहना है कि मारवाह को आईएसआई ने फेसबुक के जरिए हनीट्रैप के जाल में दिसंबर के मध्य में फंसाया था, मॉडल के तौर पर खुद को दिखाकर आईएसआई उनसे बात करता था. एक हफ्ते तक उत्तेजक सन्देश के जरिये बातचीत के बाद उन्हें वायुसेना से संबंधित दस्तावेजों को साझा करने के लिए कहा गया. अभी तक पुलिस को पैसों के बदले सूचना देने का कोई सबूत नहीं मिला है और उनका कहना है कि मारवाह अंतरंग बातों के बदले जानकारियां साझा किया करता था. मारवाह ने भी कहा है कि इसके बदले कोई पैसे नहीं लिए लेकिन जाँच की जा रही है कि इसमें कहीं और साथी तो मौजूद नहीं है.

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