भारत सरकार ने नोटबंदी के फैसले के बाद देश में राजनीति तेज हो गई है. लेकिन अब भारत रत्न अमर्त्य सेन भी सरकार के फैसले से खुश नजर नही आ रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने नोटबंदी पर बात की. उन्होंने सरकार के इस फैसले की आलोचना की. सेन ने कहा कि ये अधिनायकवादी कदम है.
अमर्त्य सेन ने की नोटबंदी की आलोचना:
- भारत रत्न अमर्त्य सेन ने कहा है कि नोटबंदी की कार्यवाई निरंकुश है.
- उन्होंने कहा कि लोगों को अचानक मालूम हुआ कि उनका पैसा अब कागज हो गया.
- ये अधिनायकवाद जैसा है.
- सरकार अब इस फैसले को सही साबित करने के लिए दलीलें दे रही है.
- सेन ने कहा कि इस फैसले के बाद नागरिकों को कटघरे में खड़ा कर दिया गया.
- जबकि इसकी वास्तविकता कुछ और ही है.
- सेन नोटबंदी के लागू किये जाने के तरीके से भी नाखुश हैं.
- उन्होंने कहा कि सरकार ने नागरिकों की दिक्कतों को नही समझा.
- नागरिकों को परेशान होने के लिए छोड़ देना ही अधिनायकवाद है.
- लाखों-करोड़ों लोग अपना पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं.
- उन्हें अपना पैसा निकालने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.
- उन्हें अपमान का सामना करना पड़ रहा है.