हाल ही में छत्तीसगढ़ के एक इनामधारी नक्सली ने दातेवाड़ा पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया है. बताया जा रहा है की इस नक्सली पर सरकार द्वारा करीब 8 लाख इनाम रखा गया था. जिसके बाद अब इस नक्सली ने खुद ही पुलिस को सरेंडर कर दिया है.
पुलिस मान रही विमुद्रीकरण का असर :
- हाल ही में छत्तीसगढ़ के एक और नक्सली ने पुलिस को सरेंडर कर दिया है.
- बताया जा रहा है की यह सरेंडर छत्तीसगढ़ की दातेवाड़ा पुलिस को किया गया है.
- गौरतलब है की सरकार द्वारा इस नक्सली पर 8 लाख इनाम रखा गया था.
- जिसके बाद इस नक्सली ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है.
- हलाकि पुलिस इस प्रक्रिया को विमुद्रीकरण का असर बता रही है.
- आपको बता दें की अब तक छत्तीसगढ़ व आस-पास के क्षेत्रो में से करीब 564 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
- जिसका मुख्य कारण पैसे व हथियार की कमी को बताया जा रहा है.
- बता दें की नक्सलियों ने खुद बताया की सरकार के इस कदम से उनके पास हथियार खरीदने के पैसे नहीं हैं.
- जिसके बाद उनके पास खुद को पुलिस के हवाले करने के अलावा कोई और चारा है.
- अबतक किसी भी एक माह में नक्सलियों द्वारा किए गए सरेंडर की सबसे बड़ी संख्या है.
- ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नोटबंदी का व्यापक असर है.
- इन आकड़ों को देखें तो पाते हैं कि नवंबर माह में हुए कुल 564 सरेंडर में से 469 सरेंडर तो 8 नवंबर के बाद ही हुए हैं.
- नोटबंदी का बड़ा असर नक्सलियों द्वारा असलहे खरीदने के रखे पैसे पर भी पड़ा है.
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