हाल ही में नोटबंदी के बाद धनकुबेरों पर नकेल कसने के बाद अब आयकर विभाग के रडार पर कोपरेटिव बैंक और उनके अकाउंट होल्डर हैं जिसके तहत इनकम टैक्स ने अकाउंट होल्डरों को नोटिस भेजा है
नोटबंदी के बाद खोले गए खातों पर नज़र :
- देश भर में छापेमारी के बाद अब इनकम टैक्स की नजर कोपरेटिव बैंक और उनके अकाउंट होल्डर पर है
- इस श्रेणी में वे खाते हैं जिनमे नोटबंदी के बाद जरूरत से ज्यादा पैसों का ट्रांजेक्शन या लेनदेन किया गया है
- इसके अलावा इसमें नए तीन हजार से ज्यादा कोपरेटिव बैंक के अकाउंट होल्डर है,
- जिनके बैंक अकाउंट इन कोपरेटिव बैंक में नोटबंदी के बाद खोले गए है.
- इनकम टैक्स विभाग की नजर मूल्यत महाराष्ट्र के कोपरेटिव बैंक के साथ साथ गोवा के कोपरेटिव बैंको पर भी है
- आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार इन नए बैंक खातों में 275 करोड़ रूपये जमा किये गए हैं
- इनकम टैक्स विभाग ने 200 से ज्यादा ऐसे अकाउंट होल्डर को नोटिस भेज जानकारी मांगी है,
- माना जा रहा है कि इसका आंकड़ा आने वाले समय में और बढ़ सकता है
- इन सभी बैंक खातों में पुराने नोटों को डिपॉजिट किया गया था
- फिर उसी बैंक खाते से वो पैसे बड़ी मात्रा में आरटीजीएस के जरिये निकाले भी गए
- गौरतलब है कि कोपरेटिव बैंक की कार्यप्रणली और मिलीभगत पर नोटबंदी के बाद सवाल भी खड़े हुए थे
- जो एक बार फिर जांच के घेरे में है