हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी को आज पूरा एक महीना हो चुका है. जिसके बाद विपक्ष अभी भी इसका पूर्ण रूप से विरोध कर रहे हैं. परंतु क्या इस मुहिम से देश को फायदा हुआ है या विपक्ष का इतना विरोध करना सही है? आईये जानते हैं नोटबंदी से देश को किस तरह से फायदा पहुंचा है और क्या नुक्सान हुए हैं.
पीएम मोदी ने माँगा था 50 दिन का समय :
- 500 और हजार का नोट बंद हुए एक महीना हो चुका है.
- बता दें की पीएम मोदी ने दिक्कतें दूर करने के लिए 50 दिन का वक्त मांगा था.
- जिसमे से अब केवल 22 दिन बाकी हैं.
- परंतु नोटबंदी के तीस दिनों में क्या बदला?
- देश को क्या फायदा और क्या नुकसान हुआ है, आइये जानते हैं
- फायदा : यह है कि कैशलेस ट्रांजेक्शन की तरफ देश बढ़ा.
नुकसान : यह है कि एक महीने से बैंक और एटीएम की लाइन में देश खड़ा है. - फायदा : यह है कि डिजिटल इंडिया पर हम आगे बढ़े हैं.
नुकसान : यह है कि कैश के लिए जनता परेशान है. - फायदा : यह है कि नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसा है.
नुकसान : यह है कि लाइन में लगने और पैसे ना होने के सदमे से कई लोगों मौत हो चुकी है.
- फायदा : यह है कि जाली नोट एक झटके में खत्म हो गए हैं
- नुकसान : यह है कि अचानक साढ़े पंद्रह लाख की नकदी कम हुई तो व्यापार की भी मुश्किलें बढ़ गईं हैं.
- फायदा : यह है कि तिजोरियों में भरा पैसा बैंक में आया है.
- नुकसान : यह है कि हजारों लोगों का रोजगार छिन गया है.
- फायदा : यह है कि बैंक में जमा पैसे से बाजार में नकदी बढ़ेगी.
नुकसान : यह है कि छोटे धंधे ठप हो गए हैं. - फायदा : यह है कि अचानक 12 लाख करोड़ जमा होने से बैंक मजबूत हुए हैं.
नुकसान : यह है कि गांव में किसान परेशान हैं, खेती पर असर पड़ रहा है. - फायदा : यह है कि कैश की कमी है तो फिजूलखर्ची भी कम हुई है.
नुकसान : यह है कि देश की विकास दर भी घटने का अनुमान जताया गया है. - इसके अलावा नुकसान ये भी है कि विदेशियों को कैश की दिक्कत हो रही , पर्यटन को नुकसान हुआ है.