असम और केरल में सत्ता से हाथ धोने के बाद कांग्रेस के अंदर उथल-पुथल मची हुई है। कल के चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस केवल पुडुचेरी में ही सत्ता में आने का अवसर प्राप्त कर सकी और अन्य 4 राज्यों में कांग्रेस की स्थिति बहुत ख़राब रही।
असम में देश की दूसरी राष्ट्रीय पार्टी बीजेपी ने दो तिहाई बहुमत हासिल करते हुए कांग्रेस से सत्ता छीन ली। 2014 के बाद से कांग्रेस शासित 5 राज्य चुनाव के बाद बीजेपी के हाथों में चले गए है। कांग्रेस के लिए ये बिल्कुल ही सुखद स्थिति नहीं है और अब कांग्रेस के अंदर भी सवाल उठने लगे हैं कि पार्टी को अपनी रणनीति बदलने की जरुरत है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर शशि थरूर तक ने पार्टी की हो रही लगातार हार के बाद चिंता व्यक्त करते हुये रणनीति बदलने की बात पर जोर दिया।
वहीं दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी को पार्टी का सर्जन बताते हुए कहा कि कांग्रेस को अब सर्जरी की जरुरत है। पार्टी की हार के लिए शीर्ष नेतृत्व को दोष देने की बात पर कुछ नहीं बोलने वाले दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो चाहते हैं कि प्रियंका गांधी आये और पार्टी के प्रचार तंत्र से जुड़ें ताकि पार्टी को फायदा हो। ये पार्टी के लिए अच्छी बात होगी।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी की हार के लिए शीर्ष नेतृत्व ही नहीं सभी जिम्मेदार हैं। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझने की जरुरत है। प्रियका गांधी को लाने की वकालत करते हुए दिग्विजय सिंह बोले कि उनके आने से पार्टी में नया जोश आएगा और अगर ऐसा हो पाया तो आगामी यूपी चुनाव में हमें इसका फायदा देखने को मिल सकता है।