कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान के अंतिम चरण में एक प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार की आर्थिक असफलताओं के बारे में बताते हुए बीजेपी के खिलाफ जमकर हमला बोला.
गिनाई केंद्र सरकार की आर्थिक असफलताएं:
चुनाव के करीब आने के साथ सियासी बयानबाजी बढती जा रही है. जहाँ आज एक ओर भाजपा के लिये प्रचार अभियान में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और खुद प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस के मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने भी कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए आज प्रेस कांफ्रेंस की.
पूर्व प्रधानमंत्री और सोनिया गाँधी के करीबी डॉ मनमोहन सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
नोटबंदी और जीएसटी जल्दबाजी:
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने दो बड़ी गलतियां की हैं. पहला नोटबंदी और दूसरा जल्दबाजी में जीएसटी का लागू करना.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि ये दोनों गलतियां ऐसी थीं जिनको टाला जा सकता था. इन फैसलों से अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान पहुंचा है और देश के लघु, मध्यम उद्योगों को झटका लगा है. इसका नतीजा ये रहा है कि हजारों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ गई.
मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के आर्थिक प्रबंधन से आम जनता का विश्वास बैंकिग व्यवस्था से धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. हाल ही में हुई नगदी की समस्या से को रोका जा सकता था.
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रधानमंत्री ने विपक्ष के बारे में ऐसा नहीं बोला है जैसा पीएम मोदी बोल रहे हैं. यह एक पीएम के लिए शोभा नहीं देता है. यह देश के लिए ठीक नहीं है.
पेट्रोल के दामों को लेकर किया हमला:
मनमोहन सिंह बोले कि दुनिया में पेट्रोल-डीजल के दाम अभी काफी कम हैं लेकिन देश में बढ़ गए हैं. उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इस सरकार में 110 फीसदी पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़े हैं.
पूर्व पीएम ने कहा कि केंद्र ने आम आदमी पर लगातार टैक्स का बोझ डाला है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले चार साल में सिर्फ यूपीए सरकार की सफलता को भुनाया है. उन्होंने कहा कि सही निर्णय लेने की बजाय उन्होंने सिर्फ इस बात पर ध्यान दिया कि ये दिक्कतें कैसे आईं.
मनमोहन ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के राज में देश की जीडीपी यूपीए के राज की आधी रह गई है. इसके अलावा कृषि सेक्टर में भी भारी गिरावट आई है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि बंगलुरु की पूरी दुनिया में अलग पहचान है. देशभर के युवा यहां पर नौकरी के लिए आते हैं.