देश के छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर की क्राइम ब्रांच डीएसपी अर्चना झा आज सभी के लिए एक आदर्श उदाहरण पेश कर रही हैं। डीएसपी अर्चना झा अपने पति की गैरमौजूदगी में अपनी छोटी बच्ची को साथ लेकर रात में गश्त करती हैं। डीएसपी अर्चना झा के पति बिलासपुर में जॉब करते हैं, जिस कारण अर्चना झा अपनी छोटी बच्ची को साथ लाती हैं।
गर्भावस्था को भी कर्तव्य के बीच नहीं आने दिया:
रायपुर की क्राइम ब्रांच डीएसपी अर्चना झा जब गर्भवती थीं, तब उनके जिले में मुख्यमंत्री का दौरा हुआ था। गर्भावस्था के दौरान भी पूरे 7 दिनों तक अर्चना ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी से किया था। केंद्रीय सेवाओं के दौरान दो साल की मैटरनिटी लीव मिलती है, परन्तु राज्य सेवाओं में यह लीव सिर्फ 6 महीने की है, अर्चना ने केवल साढ़े चार महीनों की ही छुट्टी ली थी। हालाँकि अंत तक फील्ड में काम करने के कारण उन्हें कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा। डीएसपी साहिबा हफ्ते में दो दिन रात में गश्त पर रहती हैं, और उनके साथ उनकी बेटी भी होती है। पारिवारिक सदस्यों की अनुपस्थिति में बेटी को घर पर छोड़ना संभव नहीं है, इसलिए कई बार पूरी-पूरी रात गश्त में उनकी बेटी उनके साथ रहती है।
कायम की है मिसाल:
रायपुर की क्राइम ब्रांच डीएसपी अर्चना झा सभी के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं, वो जिस तरह एक ही समय में पुलिस और माँ का किरदार निभा रही हैं वो अतुलनीय है। वो अपनी छोटी बच्ची को लेकर रात में गश्त पर निकलती हैं, जो उनके अद्भुत साहस का परिचायक है। हम अक्सर महिलाओं को शादी और गर्भावस्था के दौरान अपनी जॉब छोड़ते हुए देखते हैं, ऐसे में रायपुर क्राइम ब्रांच डीएसपी अर्चना झा ने सभी के लिए और विशेष रूप से महिलाओं के लिए मिसाल कायम की है। आपके जज्बे को सलाम! जय हिन्द!