जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। राजधानी श्रीनगर के श्री हरि सिंह अस्पताल में मंगलवार को गोलीबारी की गई है। जिसमें एक पुलिस का जवान शहीद हो गया है जबकि दो अन्य पुलिसकर्मियों की हालत बेहद गंभीर है। बताया जा रहा है कि सेन्ट्रल जेल में बंद छः आतंकियों को श्री हरि सिंह अस्पताल में रूटीन चेकअप के लिए लाया गया था। फायरिंग की आड़ लेकर एक पाकिस्तानी आतंकी फरार हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह श्रीनगर के सेंट्रल जेल में बंद छह आतंकवादियों को रेगुलर चेकअप के लिए एसएमएचएस अस्पताल लाया गया था। जिसमें आतंकी नावीद जट को भी लाया गया था। इस दौरान आतंकी नावेद ने साथ चल रहे पुलिस कर्मी की बंदूक छीन ली और उसके बाद उसने बंदूक से अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरु कर दी। फायरिंग की आड़ लेकर वो वहां से भाग निकला। बताते चलें कि नावीद डीएसपी अयूब की हत्या का आरोपी भी था। इस दौरान पुलिस का एक जवान शहीद हो गया है जबकि दो अन्य पुलिसकर्मियों की हालत बेहद गंभीर है। फायरिंग के बाद इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अस्पताल परिसर में सुरक्षाबलों के जवान पहुंच गए हैं। फायरिंग के बाद से इलाके में अफरा तफरी का माहौल है। धातव्य हो कि श्री हरि सिंह अस्पताल श्रीनगर के बड़े अस्पतालों में से एक है।
कौन थे डीएसपी अयूब ?
डीएसपी अयूब पंडित श्रीनगर के एक कश्मीरी मुस्लिम थे जो खानयार क्षेत्र के नौहट्टा के पास रहने वाले थे। 22 जून की रात अयूब श्रीनगर शहर के पुराने इलाके में ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के गेट पर तैनात थे। इस दौरान उनकी लोगों से झड़प हो गई। झड़प के दौरान पंडित ने हवा में फायरिंग की ताकि वे अपने हमलावरों को दूर कर सकें। इसके बाद भीड़ उन पर टूट पड़ी और उन्हें पीट-पीटकर कर मार डाला। विडंबना यह है कि उस रात रमजान के आखिरी हफ्ते में आने वाली शब-ए-कद्र की रात थी। इस दौरान मुसलमान दुआ करते हैं कि उनके सभी पाप माफ हो जाए। डीएसपी अयूब पंडित की निर्मम हत्या ने बहुत से कश्मीरियों को भयभीत कर दिया।