चुनाव आयोग ने लोकसभा और सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने का समर्थन किया है। इस संबंध में आयोग ने कानून मंत्रालय को पत्र भी लिखा है और इस मुद्दे पर अपना समर्थन व्यक्त किया है।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की खबर के मुताबिक मई में आयोग ने इस बारे में कानून मंत्रालय को लिखा था। ये पहली बार है जब चुनाव आयोग ने आधिकारिक रूप से सभी चुनावों को एक साथ कराए जाने का विचार को सार्वजनिक रूप से रखा है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि वह एक साथ चुनाव कराए जाने के विचार का समर्थन करता है। आयोग ने अपने पत्र में लिखा है कि यदि राजनीतिक दलों में सहमति बन जाती है तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराये जा सकते हैं। चुनाव आयोग ने यह बात कानून मंत्रालय के एक पत्र के जवाब में कहा है जिसमें कानून मंत्रालय ने इस बारे में संसदीय समिति की 79वीं रिपोर्ट के बारे में आयोग की प्रतिक्रिया मांगी थी। चुनाव आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों की सहमति के बाद एक साथ चुनाव कराना कोई बड़ी बात नहीं है।
इससे पहले मार्च में पीएम मोदी ने भी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में चुनावों में पैसे और समय की बचत के लिए पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने का आइडिया दिया था।