नोट बंदी के बाद देश भर में बैंकों और एटीएम के बाहर लगने वाली लम्बी लाइनें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं । देखा गया की बहुत से लोग बार बार पैसा बदलने के लिए वापस लाइन में लग जा रहे थे जिससे दूसरे लोगों को परेशानी हो रही थी । इस समस्या से निपटने के लिए वित्त मंत्रालय ने फैसला किया की कैश एक्सचेंज करने वालों की उँगलियों में मतदान की तर्ज स्याही का निशान लगाया जाए। वित्तमंत्रालय के आदेश के बाद बैंकों में इंक मार्किंग का काम शुरू होगया है ।लेकिन बैंकों में इंक मार्किंग किये जाने पर चुनाव आयोग ने एतराज़ जताया है ।इस सम्बन्ध में चुनाव आयोग ने वित्त मंत्रालय को पत्र भी लिखा है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि जिन राज्यों में उपचुनाव को रहे हैं वहां इससे समस्या हो सकती है
- बैंकों में की जा रही इंक मार्किंग पर चुनाव आयोग ने जताया एतराज़।
- आयोग ने कहा कि मतदान के समय पहचान के लिए स्याही का निशान लगाया जाता है।
- चुनाव आयोग ने कहा की बैंकों में स्याही लगाने से उन क्षेत्रों में समस्या हो सकती है।
- जहाँ उपचुनाव हो रहे हैं या होने हैं ।
- चुनाव आयोग ने वित्त मंत्रालय से इसे रोकने के लिए कहा है।
- इस सम्बन्ध में चुनाव आयोग ने वित्त मंत्रालय को पत्र भी लिखा है ।
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