वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा इस बार का बजट पेश किया गया.बजट पर जनता और राजनेताओं की मिली जुली प्रतिक्रियाएं देखने कजो मिल रही हैं.कोई बजट में जारी की गयी योजनाओं से खुश है तो कोई निराश हैं.पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने इस बार के रक्षा बजट पर निराशा जताई है.
सुरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने के लिए नाकाम बजट
- ए के एंटनी द्वारा इस बजट की आलोचना की जा रही है.
- उन्होंने बोला कि कुछ वर्षों में भारत में आतंकी हमले बढ़ गए हैं.
- उनपर लगाम लगाने के लिए बजट नाकाम नजर आ रहा है.
- रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर आवंटन बढ़ाने पर ए के एंटनी
- ने ख़ुशी ज़ाहिर की है. साथ ही पूर्व रक्षा बजट का ब्यौरा दिया है.
पूंजीगत रक्षा बजट के तहत बड़ी राशी लौटाई गयी
- ए के एंटनी द्वारा पूर्व बजट की बड़ी राशी लौटाए जाने पर दुःख जताया है.
- उन्होंने बोला अगर पिछले तीन चार वर्षों के रक्षा बजट पर गौर किया जाए.
- काफी बड़ी राशि इसके तहत लौटाई जा रही है.
- पठानकोट, उरी और नगरोटा जैसे बड़े हमलों को देखते हुए.
- केंद्र सरकार को सुरक्षा तंत्र को कड़ा करने पर निवेश करना चाहिए था.
- इस बार के रक्षा बजट में पिछले वर्ष 2.58 लाख करोड़ रूपये की तुलना में
- 6.2 फीसदी बढ़ाकर 2.74 लाख करोड़ बजट आवंटन किया गया है.
- आधुनिकीकरण व्यय में 10.05 फीसदी वृद्धि दर्ज की गयी है.
इस साल रक्षा मंत्रालुय 2,400 करोड़ रुपये सरकार को वापस करेगा
- पिछले साल 77,406 करोड़ की राशि रक्षा बजट पर आवंटित की गयी थी.
- रक्षा मंत्रालय इस सम्प्पूर्ण राशि में से 2400 करोड़ वापस करेगा.
- कारणों पर अगर ध्यान दिया जाये तो कई प्रोजेक्ट्स का शुरू ना हो पाना
- साथ ही उच्च तकनीक से लैस हथियारों का सही समय पर ना आना भी
- इतनी बड़ी राशि के वापस होने के मुख्य कारणों में से एक है.