मध्य प्रदेश में कर्ज, सूदखोर और फसल की बर्बादी से परेशान किसान लगातार आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। पन्ना जिले में एक किसान ने सिर्फ इसलिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, क्योंकि सूदखोर उससे दी गई रकम का चालीस गुना मांग रहा था।
प्रदर्शन के दौरान किसान ने किया आत्महत्या का प्रयास!
फांसी लगाकर किसान ने की आत्महत्या-
- सिमरिया थाना क्षेत्र के कैकरा गांव के किसान प्रहलाद पटेल (35) ने घर पर ही सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
- उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें सूदखोर से परेशान होने की बात लिखी है।
- थाना प्रभारी जी. एस. वाजपेयी ने बताया कि प्रहलाद पटेल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने अज्जू खा नामक व्यक्ति से पांच हजार रुपये का कर्ज लिया था।
- जिसके बदले वह दो लाख रुपये मांग रहा था।
- साथ ही मांगी गई रकम न देने पर जान से मारने की भी धमकी दी है।
- वाजपेयी ने कहा है कि सुसाइड नोट के आधार पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने अर्थात धारा 306 के तहत प्रकरण दर्ज किया जा रहा है।
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एक जून से 10 जून तक चला प्रदेशव्यापी आंदोलन-
- राज्य में किसानों ने अपनी दो प्रमुख मांगों को लेकर एक जून से 10 जून तक प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाया था,
- किसान की दो मांगे थी- कर्ज माफी और उपज का उचित दाम।
- इस दौरान मंदसौर में छह जून को पुलिस गोली से पांच और पिटाई से एक किसान की मौत हुई थी।
- इसके बाद भी किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं।
- इस तरह राज्य में 10 जून के बाद आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 47 हो गई है।
- वहीं कांग्रेस आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 72 बता रही है।
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