चर्चित चारा घोटाले का मामला बिहार की राजनीति में फिर से सामने आया है। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को इसी चारा घोटाले में सजा सुनाई गई थी और उसी घोटाले की फाइलें गायब होने की खबर सामने आई है।
कहा जा रहा है कि चोरी हुई फाइलें पैसों की गड़बड़ी से जुड़ी हुई हैं। पटना के सचिवालय थाने में इसको लेकर केस दर्ज कराया गया है। चोरी की ये घटना करीब तीन हफ्ते पहले की बताई जा रही है। लेकिन, अब जाकर केस दर्ज कराया गया है। फाइलें गायब होने को लेकर सरकार की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। जिसको लेकर विपक्षी पार्टी बीजेपी नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश में लगी है।
हालांकि इन फाइलों के चोरी होने से इस केस पर असर नहीं पड़ने जा रहा, क्योंकि इससे जुड़ी फाइलें रांची में भी हैं। इस मुकदमे में चार्जशीट समेत सभी दस्तावेज रांची कोर्ट में दाखिल किये जा चुके हैं।
पशु एवं मछली संसाधन विभाग के पटना स्थित ऑफिस से ये फाइल गायब हो गईं हैं। बिहार में अभी लालू यादव और नीतीश कुमार की गठबंधन की सरकार है।
गौरतलब है कि साल 1996 में चारा घोटाले का खुलासा हुआ था जिसके बाद लालू प्रसाद यादव को 1997 में अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। लालू को झारखंड की विशेष अदालत से सजा सुनाई गई थी। इस घोटाले में सजा मिलने की वजह से ही लालू यादव चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।