देश के हिमाचल प्रदेश और गुजरात राज्य में विधानसभा होने हैं, जिसके तहत गुरुवार 9 नवम्बर को हिमाचल प्रदेश और गुजरात में पहले चरण का चुनाव शुरू हो चुका है, जिसके तहत इन राज्यों के मतदाता अपने मत प्रयोग के लिए मतदाता स्थलों पर पहुंचे हुए हैं, गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश में जहाँ एक ही चरण में चुनाव होने हैं वहीँ गुजरात राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। आइये आपको मिलवाते हैं उस व्यक्ति से जिन्होंने स्वतंत्र भारत का पहला मतदान किया था, जिनका नाम श्याम सरन नेगी है।
जिंदगी के 100 से ज्यादा बसंत देख चुके श्याम सरन नेगी पहुंचे हैं मतदान करने:
- हिमाचल प्रदेश राज्य के जिला किन्नौर के निवासी श्याम सरन नेगी अपने जीवन के 100 से ज्यादा बसंत देख चुके हैं।
- उसके बाद भी अपने मौलिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए श्याम सरन नेगी किन्नौर के मतदाता स्थल पर पहुंचकर मतदान की प्रतीक्षा में है।
- आपको जानकर आश्चर्य होगा कि, श्याम सरन नेगी स्वतंत्र भारत में पहला मतदान करने वाले व्यक्ति हैं।
- मौजूदा परिदृश्य में देखें तो श्याम सरन नेगी देश के सबसे पहले और बुजुर्ग मतदाता हैं।
- श्याम सरन नेगी अब तक करीब 16 लोकसभा और और 12 विधानसभा चुनाव में अपना मत दान कर चुके हैं।
- कमजोर आँखें, बूढ़ा शरीर और लड़खड़ाते पाँव भी गुरुवार को जारी मतदान कार्यक्रम में जाने से नहीं रोक पाए हैं।
पहला आम चुनाव 1952 में लेकिन पहला वोट पड़ा 1951 में:
- देश के सबसे बुजुर्ग वोटर श्याम सरन नेगी का जन्म 1 जुलाई 1917 को हिमाचल प्रदेश के कल्पा में हुआ था।
- श्याम सरन नेगी एक रिटायर्ड स्कूल मास्टर हैं, श्याम सरन नेगी ने साल 1952 के आम चुनाव में सबसे पहला मतदान किया था।
- यह मतदान प्राप्त जानकारी के अनुसार, अक्टूबर 1951 में किया गया था।
- जी हाँ, आम चुनाव की तय तारीख से 5 महीने पहले।
- गौरतलब है कि, 1947 में ब्रिटिश राज के अंत के बाद देश के पहले चुनाव फरवरी 1952 में आयोजित किये गए थे।
- लेकिन सर्दी के मौसम में भारी बर्फ़बारी की संभावनाओं की वजह से यहाँ के मतदाताओं को 5 महीने पहले ही मतदान करने का मौका मिल गया।
- श्याम सरन नेगी ने 1951 के बाद से लगभग सभी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में वोटिंग की है।