बुधवार, 1 फरवरी को देश की संसद में आम बजट 2017-18 को पेश किया जा रहा है, जिसके तहत वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद के लोकसभा भवन में पहुँच चुके हैं। बजट से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में अपना संबोधन किया।
वित्त मंत्री का संबोधन:
- टैक्स की चोरी करना आदत में आ गया था, इससे गरीबों को नुकसान होता था।
- नोटबंदी का कदम इसी परिपेक्ष्य में उठाया गया था।
- सरकार के राजस्व में वृध्दि होगी और जनता को लाभ मिलेगा।
- दाल के उत्पादन में वृद्धि आई है।
- बैंक-कर्ज कम किये जायेंगे।
- देश विकास के रास्ते पर चल रहा है।
- GST से देश को गति मिलेगी।
- महंगाई दर 6% तक नीचे लाये हैं।
- 31 दिसम्बर 2016 प्रधानमंत्री का संबोधन इसी परिपेक्ष्य में था और सरकार इसी लक्ष्य को ध्यान में रख काम करेगी।
- बहुत से ऐसे बिल पास हुए हैं जिससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जाये।
- 2017-2018 के बजट में तीन मुख्य संसोधन शामिल किये गए।
- 1924 से रेल बजट और आम बजट को अलग पेश करने की व्यवस्था को ख़त्म किया।
- एक फ़रवरी को बजट पेश करना।
- विकास और गैर विकास खर्च।
- रेल बजट को आम बजट के साथ शामिल करना ऐतिहासिक रहा।
- जनता तक सुविधाओं को बेहतर तरीके से पहुँचाना लक्ष्य है।
- भारत सरकार ने अपने सब्र का इम्तेहान पास किया है।