प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बड़े नोटों को बंद करने के फैसले का हर तरफ मिला जुला रूप देखने को मिल रहा है। सभी लोग अपनी हर तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे है। कुछ राजनैतिक दल भी पीएम मोदी के इस फैसले से खुश है तो कुछ उनके इस फैसले को तुगलकी फरमान बता रहे है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के फैसले के खिलाफ राष्ट्रपति से बात करने की बात कही है। अब भाजपा की केंद्र सरकार में यह सहयोगी दल भी ममता बनर्जी के साथ हो गया है।
शिवसेना जाएगी नोटबंदी के खिलाफ :
- तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी दलों से इस फैसले के खिलाफ एक होने को कहा है।
- इसीलिये इन्होने आज सभी विपक्षी दलों के साथ केंद्र सरकार एक मार्च भी आयोजित किया है।
- तृणमूल कांग्रेस द्वारा बुलाये गए इस मार्च में अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी शामिल होगी।
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- मगर भाजपा के लिए बुरी खबर है कि इसमें शिवसेना ने भी शामिल होने की घोषणा कर दी है।
- बीते दिन शिवसेना नेता ने बताया कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति से नोटबंदी के खिलाफ मुलाक़ात करेगी।
- शिवसेना के साथ ही इसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला की पार्टी भी शामिल हो रही है।
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