2019 के लोकसभा चुनावों की अभी तक घोषणा भी नहीं हुई है और राजनीतिक दलों में भगदड़ शुरू हो गयी है। सपा और बसपा के गठबंधन होने के बाद से भाजपा में कोहराम मच गया है। यही कारण है कि नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। चाहे पार्टी का कार्यकर्ता हो या बड़ा नेता, सभी 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए अपनी पार्टी का चुनाव कर रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर भारतीय जनता पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े एक नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। 2019 के पहले भाजपा के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है।
पूर्व विधायक हुए बसपा में शामिल :
केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार कली नीतियों और फैसलों को गरीब और दलित विरोधी बताते हुए आज पंजाब विधानसभा के पूर्व विधायक और भाजपा के बड़े नेता चौधरी मोहन लाल बंगा ने बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ले ली है। उनके अलावा ब्लॉक समिति अध्यक्ष बलविंदर राम, ब्लॉक समिति सदस्य जसविंदर कौर, मेहलिआना गांव के पूर्व सरपंच सुरिंदर सिंह भी बंगा के साथ बसपा में शामिल हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के बाद अब पंजाब में भी नेता पार्टी बदलना शुरू कर रहे हैं। अभी तो लोकसभा चुनाव की तारीखें भी घोषित नहीं हुई हैं और नेताओं ने दल बदलना शुरू कर दिया है।
अकाली दल से रह चुके हैं विधायक :
भाजपा नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने फैसला किया है, अब बहुत हुआ। इसलिए मैं बसपा में शामिल हुआ हूँ। बंगा 1997 से 2007 तक बंगा विधानसभा क्षेत्र से अकाली दल से विधायक रहे हैं। पंजाब के अलावा यूपी में भी नेता दल बदल रहे हैं। जयसिंहपुर विधानसभा से 2 बार के बसपा विधायक पूर्व मंत्री ओपी सिंह ने बसपा के बाद अब अपना नया घर ढूंढ लिया है। ओपी सिंह ने अपने समर्थकों ने साथ बैठकर आगामी योजनाओं पर मंथन किया और कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया। कांग्रेस ने भी ओपी सिंह के आने का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।