मोदी कैबिनेट में होने वाला बहुप्रतीक्षित बदलाव 19 जून को हो सकता हैं। यूं तो मोदी मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा इस साल की शुरूआत के साथ ही शुरू हुई थी, लेकिन पहले संसद का बजट सत्र और फिर पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के कारण यह बदलाव नहीं हो सकें।
- उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी भाजपा ने 12-13 जून हो संगम नगरी के तट पर हुई अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इन बदलावों का खाका खींच लिया है।
- सूत्रों के अनुसार, 19 जून को बीच मोदी मंत्रिमण्डल में संभावित फेरबदल किया जाएगा। जिसके लिए पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष के बीच चर्चा हो चुकी है।
- सूत्रों के अनुसार, इससे पहले सरकार ने राष्ट्रपित भवन से राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की उपलब्धता की जानकारी मांगी थी, मालूम हो कि राष्ट्रपति इस समय अफ्रीकी देशों की यात्रा पर हैं, और वह 17 जून को वापस भारत आ रहें हैं।
- भाजपा मोदी सरकार की कैबिनेट में होने वाले इन बदलावों में जहां उत्तर प्रदेश को तवज्जों दी जाएगी, वहीं बिहार जैसे राज्य जहां चुनाव हो चुके हैं और पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है, कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है।
- बताया जा रहा है मंत्रिमंडल में होने वाले इस बदलाव में उत्तर प्रदेश से मंत्रियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है क्योंकि अगले वर्ष यूपी में विधानसभा चुनाव होने जा रहें हैं।
- यूपी के साथ ही पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड को भी मोदी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिल सकता है, वहां भी अगले वर्ष चुनाव होने वाले हैं। अभी उत्तराखण्ड से कोई भी सदस्य मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं है।
- खबर है कि अभी जो मंत्रालय खाली चल रहें हैं उन्हें इस फेरबदल में भरा जाएगा, और जिन मंत्रियों के पास अतिरिक्त प्रभार है उनका बोझ हल्का किया जाएगा।
- सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस बदलाव में 4 नए मंत्री मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं, इस फेरबदल में कुछ स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री का पद दिया जा सकता है।