हाल ही में जाने-माने लेखक, गांधीवादी, पर्यावरण संरक्षक व् प्रसिद्ध संपादक और छायाकार अनुपम मिश्र का निधन हो गया है. आज सुबह उनके निधन की खबर आते ही उनके तमाम प्रशंसक दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जुटना शुरू हो गए.
कौन थे अनुपम मिश्र :
- अनुपम मिश्र का जन्म महाराष्ट्र के वर्धा में सन 1948 में हुआ.
- पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जनचेतना जगाने और सरकारों का ध्यान आकर्षित करने की दिशा में वह काफ़ी समय से काम कर रहे थे.
- माना जाता है की तब तक देश में पर्यावरण रक्षा का कोई विभाग भी नहीं खुला था.
- उनकी कोशिश से सूखाग्रस्त राजस्थान के अलवर में जल संरक्षण का काम शुरू हुआ, जिसे दुनिया ने देखा और सराहा.
- सूख चुकी अरवरी नदी के पुनर्जीवन में उनकी कोशिश काबिले तारीफ रही है.
- इसी तरह उत्तराखंड और राजस्थान के लापोड़िया में परंपरागत जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में उन्होंने अहम काम किया.
- बता दें कि उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से 1968 में संस्कृत में पोस्ट ग्रेजुएशन किया.
- उन्होंने दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में पर्यावरण कक्ष की स्थापना की.
- वह इस प्रतिष्ठान की पत्रिका गांधी मार्ग के संस्थापक और संपादक भी रहे.
- इसके अलावा उन्होंने बाढ़ के पानी के प्रबंधन और तालाबों द्वारा उसके संरक्षण की युक्ति के विकास का महत्त्वपूर्ण काम किया.
- वे साल 2001 में दिल्ली में स्थापित सेंटर फॉर एनवायरमेंट ऐंड फूड सिक्योरिटी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं.
- यही नहीं उन्होंने उत्तराखंड के चिपको आंदोलन में जंगलों को बचाने के लिए सहयोग किया था.
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