शिवसेना ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पर प्रधानमंत्री के अपमान का आरोप लगाते हुए आगामी विधानसभा उपचुनाव में उनकी हार की ‘प्रार्थना’ की है। बता दें कि इससे पहले गोवा में एक चर्च द्वारा संचालित पत्रिका में 23 अगस्त को होने वाले उपचुनाव में पर्रिकर के खिलाफ मतदान करने की अपील की गई।
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पर्रिकर के बयान पर शिवसेना ने जताई आपत्ति :
- शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ में संपादकीय लिखा है।
- कहा प्रधानमंत्री ने पर्रिकर को गोवा के मुख्यमंत्री के स्थान से बढ़ाकर रक्षा मंत्री का स्थान दिया।
- वहां वह बुरी तरह नाकाम रहे जिसके बाद उन्हें फिर से राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में भेजा गया।
- अब वह धमकी देते फिर रहे हैं कि अगर वह उपचुनाव हार भी जाते हैं तो फिर से केंद्र में रक्षा मंत्री बन जाएंगे।
- पार्टी ने कहा है कि पर्रिकर का ऐसा कहना गोवा के मुख्यमंत्री के पद को कूड़ाकरकट बना देना है।
- साथ ही देश के रक्षा मंत्री के पद की भी तौहीन है।
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पर्रिकर ने किया मोदी का अपमान :
- शिवसेना ने कहा ऐसे गैर जिम्मेदाराना और बचकाने बयानों से पर्रिकर ने मोदी का अपमान किया है।
- जिन्होंने पहले उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में पदोन्नत किया।
- फिर पिछले साल गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा के बहुमत हासिल करने में नाकाम रहने के बाद उन्हें गोवा के नेतृत्व की कमान सौंप दी।
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पर्रिकर को हार जाना चाहिए उपचुनाव :
- शिवसेना ने कहा पर्रिकर बुद्धिमान मतदाताओं को इतने हल्के में लेकर और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भरोसा न रखते हुए राज्य को अपनी निजी बपौती समझकर पहले से ही अपनी बाजी हार चुके हैं।
- ऐसे हालात में पर्रिकर को गोवा विधानसभा उपचुनाव हार जाना चाहिए।
- उनकी आशंका सच साबित होनी चाहिए और फिर उनके राज्य के लोगों को देखना चाहिए कि हारने के बाद क्या वह फिर भी रक्षा मंत्री बनाए जाते हैं?
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