भारतीय सेना के ऐतिहासिक पहले गोरखा रेजिमेंट ने शुक्रवार को एक नई बटालियन की स्थापना की। नई बटालियन की स्थापना सुबाथू छावनी में की गई, जो हिमाचल प्रदेश में सबसे पहले गोरखा राइफल्स का जन्म स्थान है। यह एक ऐतिहासिक कदम है क्योंकि गोरखा रेजिमेंट में लगभग पांच दशकों के अंतराल के बाद एक नई बटालियन की स्थापना की गई है। इस समय गोरखा रेजीमेंट में पांच बटालियन हैं और नई बटालियन को 6/1GR के नाम से जाना जाएगा।
बटालियन की स्थापना की घोषणा अक्टूबर 2015 में रेजिमेंट के 200 साल होने पर हुए भव्य पुनर्मिलन समारोह के दौरान मास्टर जनरल ऑफ़ आर्डिनेंस व कर्नल आफ द रेजीमेंट लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे ने की थी।
पहले गोरखा रेजिमेंट की स्थापना 24 अप्रैल, 1815 में सुबाथू छावनी में की गई थी। स्थापना समारोह के दौरान पुष्पांजलि अर्पण, विशेष सैनिक सम्मेलन और रेजिमेंट मंदिर में देवी दुर्गा का आह्वान कर प्रार्थना की गई। लेफ्टिनेंट जनरल जनरल रवि थोडगे ने नई बटालियन के सभी रैंकों को अपनी शुभकामनाएं दी और उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और भारतीय सेना में उचित ढंग से देश की सेवा करने के लिए संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि आधुनिक और पेशेवर भारतीय सेना को हमेशा इसके रास्ते में आने वाले किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहना होगा। कर्नल अवनीश चम्बिआल को नई बटालियन के पहले कमांडिंग आफिसर के रूप में नियुक्त किया गया है।