देश से हज यात्रा के लिए चयनित होने वाले आवेदकों के लिए बुरी खबर है। इस बार केंद्र सरकार ने हज खर्च में चार हजार से ज्यादा का इजाफा कर दिया है। केंद्र सरकार द्वारा किये गये इस इजाफे के बाद अब हज यात्रा की तमन्ना रखने वाले आवेदकों को मुकद्दस सफर के 2.18 लाख रुपये अदा करने होंगे।
गौरतलब है कि इस बार हज पर जाने वाले लोगो के लिए सेंट्रल हज कमेटी ने कुल हज खर्च तय कर दिया है जिसके मुताबिक अब जिन ग्रीन कटेगरी के लिए चयनित आवेदकों को हज यात्रा करनी है उन्हें 2.18 लाख रुपये बैंक खाते में जमा करने होंगे।
हज यात्रा में किये गये इस तरह के बदलाव के बाद अब दिल्ली से जाने वाले आवेदकों को 2.21 लाख रुपये देना होगा, इसके अलावा अजीजिया कटेगरी के आवेदकों को क्रमश: लखनऊ व वाराणसी से जाने वाले आवेदकों को 1.84 लाख और दिल्ली से जाने वाले आवेदकों को 1.87 लाख रुपये देना होगा।
हालाकि हज कमेटी इस खर्च में 81000 रुपये पहले ही चयनित आवेदकों से ले चुकी हैं। इन चयनित आवेदकों को दूसरी किस्त के रूप में कुल खर्च की शेष राशि हज पर जाने से पहले जमा करनी होगी। जो लोग पहले भी हज पर जा चुके है उनको दोबारा सऊदी अरब जाने के लिए लखनऊ से 25350 रुपये, दिल्ली से 8900 व वाराणसी से 40800 रुपये अतिरिक्त जमा करनी है।
अगर किसी हज यात्री को अपने साथ दो वर्ष या उससे अधिक उम्र के बच्चों को हज यात्रा पर ले जाना है तो उसके लिए लखनऊ से 12950, दिल्ली से 13950 व वाराणसी से 14350 रुपये अतिरिक्त जमा करना होगा। स्टेट हज कमेटी के अधिकारी के अनुसार इस बार सऊदी रियाल की कीमत 18.12 रुपये तय की गई है।
पिछले वर्ष एक सऊदी रियाल की कीमत 17.52 रुपये थी। इसलिए हज खर्च में यह इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के चयनित आवेदकों को दो जुलाई से पहले यात्रा की दूसरी किस्त जमा करनी होगी।
आपको बताते चले कि जिन चयनित आवेदकों ने सऊदी अरब में हज के दौरान इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक से कुर्बानी कराने के लिए आवेदन में सहमति जताई है। उन आवेदकों को हज यात्रा की कुल खर्च से 8160 रुपये अधिक जमा करने होंगे।