गुजरात के भावनगर में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपत्ति ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे साफ़ होता है कि आज भी देश में देशभक्त मौजूद हैं. जिसे देख लोगो के मन में उनके प्रति न केवल सम्मान जाग उठा है बल्कि इस बुज़ुर्ग दंपत्ति ने देश की जनता के लिए एक उदाहरण भी रखा है. आपको बता दें कि इस दंपत्ति ने अपने जीवन की पूरी जमापूंजी देश की सीमा पर लड़ने वालों के नाम कर दी है.
राष्ट्रीय रक्षा कोष के नाम किये एक करोड़ रूपये :
- भारतीय सेना बिना अपनी जान की परवाह किये अपने परिवार को पीछे छोड़ देश की रक्षा करती है.
- परंतु उनके शहीद होने के बाद परिवार को जीवन यापन करने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
- परंतु देश में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो यह बताना चाहते हैं कि यदि जवान सीमा पर देश की रक्षा करते हैं.
- तो उनकी और उनके परिवार की देखभाल करने के लिए भी कोई मौजूद है.
- जिसका उदाहरण देते हुए गुजरात के भावनगर के रहने वाले एक बुज़ुर्ग ने अपनी जमापूंजी सेना के नाम कर दी.
- जी हाँ भट्ट परिवार के 84 वर्षीय जनार्दन SBI से सेवानिर्वृत्त हो चुके हैं.
- जिसके बाद उन्होंने अपनी जीवन भर जमा की हुई पूंजी जो करीब 1 करोड़ थी सेना के नाम कर दी है.
- आपको बता दें कि भट्ट परिवार के लिए यह पहला ऐसा वाकया नहीं है.
- जनार्दन भट्ट पहले भी एक व्यक्ति की समस्या जानकार उसकी 54 लाख रूपये से मदद कर चुके हैं.
- यही नही उन्होंने अपने जीवन में कई बार इस तरह से लोगों को आर्थिक मदद कर एक मिसाल कायम की है.