2 महीने से चल रहे भारी विरोध के बीच आज पद्मावत रिलीज़ हो रही है. इस फिल्म की शूटिंग से लेकर रिलीज़ तक विवादों का साथ रहा. राजस्थान के ऐतिहासिक राजपुताना गौरव के इर्दगिर्द घुमती इस फिल्म के नाम और महारानी पद्मावती को लेकर काफी विवाद हुआ. आलम ये रहा कि संजय लीला भंसाली और दीपिका की गर्दन काटने वाले को 5 करोड़ रु इनाम देने की घोषणा भी की गई. वहीँ करणी सेना की तरफ से विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. अहमदाबाद से लेकर यूपी-बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गोवा के कई जिलों में इस सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया और कानून व्यवस्था को ठेंगे पर रखते हुए अबतक करोड़ों की सम्पति को नुकसान पहुँचाया.
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गुरुग्राम में स्कूल बस पर पथराव:
गुरुग्राम में एक स्कूली बस पर उस वक्त पथराव किया गया जब उसमें बच्चे मौजूद थे. इस वीडियो के वायरल होने के बाद देश भर में करणी सेना की असल करनी को लेकर चर्चाएँ हो रही थीं. करणी सेना अब बच्चों तक को निशाना बनाने से नहीं चूक रही है जबकि उनका नेतृत्व करने वाले कालवी कहते हैं कि हर हाल में वो फिल्म का रिलीज़ रोकेंगे. हिंसा की बाबत उन्होंने कहा कि इसके लिए जो हालात संजय लीला भंसाली ने पैदा किये, सारी जिम्मेदारी उनकी बनती है.
गुरुग्राम पुलिस ने सफ़ेद झूठ का किया पर्दाफाश
वहीँ स्कूली बस पर हमले को लेकर सोशल मीडिया पर अचानक ही एक सन्देश फैलने लगा कि हमलावरों में से 5 मुस्लिम हैं और करणी सेना के बहाने राजपूतों को बदनाम किया जा रहा है. इस सन्देश को लेकर ट्विटर पर तेजी से प्रतिक्रियाएं आने लगी थीं. लोगों में उत्सुकता थी कि क्या वाकई ऐसी कोई साजिश हुई है या केवल ये भ्रम फ़ैलाने का तरीका है. हालाँकि इसके पीछे का सच कुछ ही देर में सामने आ गया जब गुरुग्राम पुलिस ने इसको लेकर अपनी सफाई देते हुए ट्वीट किया. पुलिस ने स्पष्ट किया कि हरियाणा रोडवेज और स्कूल बस पर हमले के सम्बन्ध में कोई मुस्लिम नहीं पकड़ा गया है.
बता दें कि बस में करीब 20 से 25 की संख्या में बच्चे पत्थरबाजी करने वालों का निशाना बने हालाँकि अच्छी बात ये रही कि बच्चों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा लेकिन जिस प्रकार की कायराना हरकत फिल्म के विरोध के बहाने भीड़ ने किया उसकी आलोचना पूरा देश एक स्वर में कर रहा है.