हाल ही में हुए हंदवाडा और हाजिन एनकाउंटर में शहीद हुए जवानों को आखरी विदाई दी जा रही है. इस हमले में चार जवान सहित एक अधिकारी शहीद हुए थे.शहीदों में मेजर सतीश दहिया तीन आतंकवादियों को मार गिराकर वीरगति को प्राप्त हुए.
वैलेंटाइन डे पर भारत के लिए शहीद
- देश के लिए दी गयी इस कुर्बानी को शब्दों में बयां करना मुश्किल है.
- बंदीपोरा में तीन भारतीय जवान शहीद रायफलमेन रवि कुमार,पैराट्रूपर धर्मेन्द्र कुमार,गनर अस्तोष कुमार
- मंगलवार सुबह वीरगति को प्राप्त हुए थे.इस हमले में एक आतंकी भी मारा गया था.
- भारत के लिए जियेंगें और भारत के लिए मरेंगें इस जज्बे के साथ हर जवान आता है.
- आज इन शहीदों को इनके पैतृक गावों में अंतिम विदाई दी जा रही है.
मेजर सतीश दहिया
- इस हमले में शहीद होने वाले मेजर सतीश दहिया 31 साल के हैं.
- मेजर दहिया हरियाणा जिले के हैं.उनकी पत्नी और दो साल की बेटी है.
- कल शाम को हंदवारा मिशन का नेतृत्व करते हुए मेजर शहीद हो गए.
- मेजर दहिया गैलेंट्री अवार्ड विनर रह चुके हैं.
- कई मेजर ऑपरेशनस का नेतृत्व भी किया हुआ है.
गनर असतोष कुमार
- 25 वर्षीय असतोष कुमार जौनपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं.
- इनके पिता 1999 कारगिल वॉर में शहीद हुए थे.
- पिता का शहीद होना ही महज 19 साल की उम्र में इन्हें आर्मी में खीच लाया.
पैराट्रूपर धर्मेन्द्र कुमार
- 26 वर्षीय धर्मेन्द्र कुमार नैनीताल उत्तराखंड के रहने वाले थे.
- बटालियन में इनकी पहचान जाबांज जवान के रूप में होती है.
- धर्मेन्द्र कुमार के माता पिता अभी भी जिन्दा हैं.
रायफलमेन रवि कुमार
- 33 वर्षीय रवि कुमार जम्मू कश्मीर के साम्बा जिले के रहने वाले थे.
- इनकी तीन साल की बेटी और पत्नी है.
- भारत इन जवानों की शाहदत को सलाम करता है.