2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश में जहाँ बीजेपी को रोकने के लिए सपा और बसपा का गठबंधन बना है तो वहीँ बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा बनाये रखने की सभी कवायद शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश से बाहर निकलकर भी बसपा को मजबूत और संगठित किया जा रहा है जिससे पार्टी का राष्ट्रीय दर्जा बचा रहे और बीजेपी को भी घेरने में आसानी हो। इसी बीच बसपा के संगठन को मजबूत करने के लिए मायावती के पुराने नेता ने पार्टी में वापसी की है जिसके बाद नए समीकरण बनते दिख रहे हैं।
पूर्व विधायक ने ज्वाइन की बसपा :
उत्तराखंड में पूर्व बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने तीसरी बार बसपा का दामन थाम लिया है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान ने उनकी समर्थकों सहित पार्टी में वापसी कराई। करीब 25 माह पहले शहजाद, उनके भाई और भाभी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप में निष्कासित कर दिया गया था। इसके साथ ही पूर्व विधायक को प्रदेश अध्यक्ष ने लोकसभा हरिद्वार का जोन इंचार्ज बनाने की भी घोषणा भी की। इस कार्यक्रम में बसपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान ने माला पहनाकर पूर्व विधायक शहजाद का स्वागत किया और उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने मंच से ही शहजाद के भाई एवं जिपं सदस्य सत्तार अली के अलावा चार अन्य जिपं सदस्यों निसार अहमद, अजहर हसन, अदनान खान, अंजुम बेगम बसपा में शामिल करने की घोषणा की।
बड़ी संख्या में समर्थक हुए शामिल :
बसपा के पूर्व विधायक के साथ ही प्रधान ऋषिपाल, प्रधान इस्लाम, प्रधान आबिद अली, यूनुस अली, प्रधान महमूद, प्रधान मनोज, प्रधान गुरुमुख, प्रधान विजय, चौधरी आजाद, डॉ. जमशेद, आरूफ, मांगेराम, दिनेश सैनी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य आजाद, प्रधान सादिक, प्रधान अशरफ, बीडीसी कुरबान, प्रधान इकबाल, प्रधान तालिब, मुंतजीर, हाफिज इमरान, मुनेश कुमार, सोनेंद्र कुमार, अनूप सिंह, यामीन मुखिया, जुल्फकार ने बसपा की सदस्यता ली है। मौके पर बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चरण सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप चौधरी, पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी, पूर्व विधायक हरिदास, रविंद्र पनियाला, अनिल कुमार, शीषपाल, जिला अध्यक्ष राजेश कुमार, रविंद्र चौधरी, सुदेश कश्यप आदि मौजूद रहे।