2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। बहुजन समाज पार्टी ने भी अभी से कमर कस ली है और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बसपा सुप्रीमो मायावती ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश में जहाँ बसपा ने सपा से गठबंधन किया हुआ है तो वहीँ पार्टी के विस्तार के लिए बहुजन समाज पार्टी ने हरियाणा में इंडियन नेशनल लोक दल से गठबंधन किया है। हरियाणा में इस गठबंधन का असर देखने को मिल रहा है और कई बड़े नेता लगातार बसपा की सदस्यता ले रहे हैं।
डीजीपी के भाई ने ज्वाइन की बसपा :
हरियाणा के विधान्सबाहा चुनाव से पहले सियासत में उठापठक शुरू हो चुकी है। डीजीपी जेल डॉ. केपी सिंह के छोटे भाई आदर्शपाल सिंह ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है। जगाधरी के सरनी पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में बसपा के प्रभारी डॉ. मेघराज की उपस्थिति में उन्होंने पार्टी में आने की घोषणा की। हालाँकि इस दौरान प्रदेश के पूर्व डिप्टी स्पीकर एवं बसपा नेता अकरम खान ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। उनके नहीं पहुंचने के सवाल पर मेघराज का कहना था कि वे किसी काम से बाहर गए हुए हैं जिस कारण नहीं पहुंच पाए। आदर्श की आने से उन्होंने दावा कि बसपा को मजबूती मिलेगी।
जगधारी से लड़ सकते हैं चुनाव :
हालाँकि आदर्शपाल सिंह का कहना है कि वे समाज सेवा के लिए बसपा में शामिल हुए हैं लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा है कि जगाधरी सीट से बसपा अब आदर्शपाल पर दांव लगा सकती है। इसके पहले आदर्शपाल सिंह इनेलो से जुड़े हुए थे। इनेलो छोड़कर बसपा ज्वाइन करने के सवाल पर उनका कहना है कि 4 साल से वह राजनीति से दूर थे और सामाजिक कार्य कर रहे थे। इनेलो में उनके पास कोई पद नहीं था। इनेलो-बसपा गठबंधन सरकार बने, इसके लिए पार्टी की नीतियों का प्रचार करेंगे।