गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में हैं. राजनाथ सिंह अंबिकापुर में एंटी नक्सल ट्रेनिंग स्कूल में पहुंचे जहाँ उन्होंने 261 बस्तरिया बटालियन की पासिंग आउट परेड को सलामी दी. उसके बाद उन्होंने लोगों को संबोधित किया. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमण सिंह भी मौजूद रहे.
राजनाथ सिंह के संबोधन की कुछ बातें:
-मैंने आज आपकी पासिंग हाउस परेड देखी.
-आपकी शानदार परेड देखने के बाद मैं कह सकता हू कि कौन कहता है कि बड़े बड़े शहरों में ही प्रतिभा होती है. प्रतिभा छत्तीसगढ़ के दस्तर शेत्र के हमारे इन जन जातियों में पैदा होती है.
-आपकी जिम्मेदारी है कि आवश्यकता पड़ने पर आप देश के किसी भी राज्य में जा कर सहायता दे.
-माओवादी प्रभाव एक संकट है.
-लेकिन मैं विश्चास के साथ कहता हूँ कि माओवादी हिंसा में बड़ी गिरावट आई है.
-इसका श्रेय सीआरपीएफ के जवानों और राज्यों की पुलिस को देना चाहता हूँ.
-छत्तीसगढ़ में हमे जो कामयाबी हासिल हुई है वह भी पुलिस और सीआरपीएफ के साझेदारी का परिणाम है.
-छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ रमन सिंह पुरे राज्य का विकास करना चाहते है, ना की किसी विशेष क्षेत्र का.
-लेकिन माओवादी नहीं चाहते कि गरीबों का विकास हो, वे चाहते है कि हमारी जनजाति के लोग ताउम्र गरीब रहे, जलालत झेलें.
-यही यह नक्सलवादी चाहते है.
-इन नक्सलवादियों के नेताओं के पास सब सुख सुविधा हैं.
-पर छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के लोगों को गुमराह करते हैं.
-सरकार ने फैसला किया है कि इन नक्सलवादी नेताओं की काली कमाई के लिउएहम उन्हें दण्डित करेंगे.
-सीआरपीएफ ने अपने कायर और कौशल से सारे हिन्दुस्तान में प्रतिष्ठा कायम की है.
-काश्मीर में भी आतंकवादियों को मुहं तोड़ जवाब देने का काम हमारे सीआरपीएफ के जवान कर रहे हैं.
-पहले गाँव के लोग नहीं थे सीआरपीएफ के नाम से परिचित, लेकिन आज सीआरपीएफ को ग्रामीण भी जानने लगे हैं.
-मुख्यमंत्री को आश्वस्त करना चाहता हूँ, कि केंद्र सरकार हर प्रकार की सहायता आपको मुहैया कराएगा.
-नक्सलवाद एक चुनौती है लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि यह खतरा अब घट रहा है और जमीन खो रहा है।
-मरने वाले सुरक्षा बलों में अब कमी आई है.