बक्सर :बेटी पढाओं बेटी बचाओ का असर बिहार सर चढ़ कर बोल रहा है.दसवी कक्षा की छात्राओं ने एक ऐसी अनोखी मुहिम छेड़ दी है.सुनकर आप हैरान रह जाएँगे.
- सरकारी उच्च विद्यालय की छात्राएं खुले में शौच जाने से शर्मिंदगी महसूस कर रहीं थीं.
- माता- पिता से हज़ार बार बोलने के बाद भी सब खुले में शौच जाने के लिए विवश हो रहीं थीं.
- मजबूरन अब उन्होंने शपथ ली है की जब तक उनके अभिभावक घर में शौचालय निर्माण नहीं करवाएँगे.
- तब तक आभूषण नहीं पहनेंगीं इस मुहिम में ऋचा , रंजना,ज्योति , पूजा जैसी लडकियां शामिल हैं
- विद्यालय के एक अधिकारी ने बताया की कक्षा 10 की १८ लड़कियां हैं जो शौचालय बाहर जाने को विवश हैं
- यह स्कूल के निरिक्षण के दौरान पता चला पर तादाद इससे ज्यादा है.
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लड़कियों ने ज़ाहिर की पीड़ा कहा डर लगता है बाहर जाना
- आज का सामाजिक माहौल भी ऐसा है की लड़कियां बाहर जाने से डरती हैं
- खुले में शौच जगजाहिर करना अब लड़कियों को नापसंद आ रहा है.
- शपथ लेते वक़्त कई लड़कियों ने अपने सोने की चैन और बालियाँ उतार दी.
दिलचस्प बात है इन लड़कियों के माँ बाप के पास पैसा है पर शर्म नहीं है
- हमारे समाज की विचित्र विडंबना है की लड़कियों को घूँघट और सती सावित्री की धारणा में रखा जाता है .
- पर शौचालय निर्माण के नाम पर सबका मुह बंद रहता है .
- विभिन्न उदहारण हमारे समाज से ही हैं जहा पर लोगों ने इस कुरीति के खिलाफ आवाज़ भी उठाई है