देश भर में मौसम करवट बदल रहा है. मई की तेज गर्मी में आचानक से आंधी और तूफ़ान कहर बरपा रहा है. पुरे देश से आंधी-तूफ़ान के भयानक मंजर की खबरें आ रही है. मौसम के रौद्र रूप में आने से कई राज्यों में सैकड़ों लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा बड़ी मात्र में नुकसान हुआ है.
राजस्थान और यूपी में सबसे भीषण मंजर:
इतनी भीषण गर्मी के बीच अचानक आए तूफान और बवंडर ने कई राज्यों में कहर बरपाया है. सबसे ज्यादा नुकसान यूपी और राजस्थान में हुआ है. दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश में भी कहर बरपा है. इसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी. इनमें 51 मौतें यूपी और 24 मौतें राजस्थान में हुई हैं. सबसे ज्यादा 36 मौतें आगरा में हुई. इसके अलावा बिजनौर में 3 और सहारनपुर में 2 लोगों की जान चली गई.
आगरा में बरसा कुदरत का कहर, 36 की मौत और 24 घायल
राजस्थान के बसेड़ी उप खंड के लेवड़ा पुरा, क्यारपुरा ओर पिपरी पुरा गांवो में तूफ़ान से आग लगने से ग्रामीणों के सैकड़ों मकान राख हो गए. करीब 8.45 पर लगी आग की सूचना पर दमकल 10.45 बजे के आसपास पहुंची. ढाई घंटे के दौरान आगजनी में कच्चे और पक्के मकानों से लेकर पशुओं का भूसा ईंधन आदि सब कुछ राख हो गया.
वहीं, बारिश के चलते कल शाम को उत्तराखंड में यात्रियों को केदारनाथ और सोनप्रयाग में रोका गया. केदारनाथ और रुद्रप्रयाग में कल दिन 3 बजे से बिजली नहीं है. हाईवे पर पेड़ गिरे हैं. बारिश के कारण जगह-जगह लैंडस्लाइड की भी खबर है.
कई शहरों मे तूफ़ान की आशंका:
मौसम विभाग ने अगले दो घंटो में मेरठ, मुज़्ज़फरनगर, बिजनौर, संभल, मोदीनगर, गाजियाबाद , अलवर, होडल, मथुरा, हाथरस, आगरा एवं आसपास के क्षेत्रों में गरज के साथ वर्षा होने की चेतावनी जारी की है.
राजस्थान, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में आए तूफान और बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. कई राज्यों में जनधन की काफी हानि हुई है. आंध्र प्रदेश में भी 18 लोगों की मौत हो गई है.
फसलों को नुकसान:
इस बेमौसम बारिश और आंधी-तूफान ने किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है. कई इलाकों में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा मंडियों और खेत-खलिहान में रखे अनाज भी भीग गए हैं.
बुधवार को दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में धूल भरी आंधी और बारिश के चलते दिन में अंधेरे छा गया. कुछ देर तक आसमान में धूल के सिवाय कुछ नजर नहीं आ रहा था. लुधियाना समेत कई शहरों में दोपहर डेढ़ बजे इतना ज्यादा अंधेरा छा गया कि गलियों और सड़कों की लाइटें तक जलानी पड़ी. वाहन चालकों को भी हेडलाइट जलानी पड़ी.