हैदराबाद में गणपति विसर्जन जुलूस में मंगलवार को ‘गणपति बप्पा मोरिया’ के साथ चीन के खिलाफ नारे की गूंज सुनाई दी। यहां भगवा रंग की टोपियां पहने कुछ लोगों ने बीजिंग के खिलाफ नारे लगाए। गणेश विसर्जन जुलूस में शामिल लोगों चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करने वाली तख्तियां लिए हुए थे। बता दें कि गणशोत्सव के आयोजक हर साल ताजा मुद्दों को रेखांकित करने की कोशिश करते हैं। इसी क्रम में उन्होंने इस साल चीन निर्मित उत्पादों का बहिष्कार करने का मुद्दा उठाया।
यह भी पढ़ें… बप्पा के भक्तों की सुरक्षा के लिए हुआ ये खास इंतजाम
विसर्जन के दौरान गूंजा चीन के खिलाफ नारा :
- गणपति विसर्जन जुलूस में ‘गणपति बप्पा मोरिया’ के साथ चीन के खिलाफ नारा भी गूंजा।
- भगवा रंग की टोपियां पहने कुछ लोगों ने बीजिंग के खिलाफ नारे लगाए।
- उन्होंने चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करने वाली तख्तियां लिए हुए थे।
- एक तख्ती पर लिखा था, ‘चीन निर्मित उत्पादों का बहिष्कार करें’।
- इसके साथ ही उन्होंने ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए।
यह भी पढ़ें… गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आना.. के साथ विदा हुए गणपति
कड़ी सुरक्षा के बीच हो रहा विसर्जन :
- हैदराबाद और तेलंगाना के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच गणपति विसर्जन हो रहा है।
- यह विसर्जन 11 दिन के गणेश महोत्सव के समापन पर होता है।
- हैदराबाद और सिकंदराबाद को विभाजित करने वाली झील हुसैन सागर में भगवान गणेश की हजारों प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
- विसर्जन के दौरान शांति बनाए रखने के लिए 27,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
- विसर्जन में 15 लाख लोगों के भाग लेने की संभावना है।
- पिछले साल तक हुसैन सागर में सबसे बड़ी प्रतिमा को अंत में विसर्जित किया जाता था।
- इस बार पुलिस ने विसर्जन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आयोजकों को सबसे बड़ी प्रतिमा को सबसे पहले विसर्जित करने के लिए मना लिया।
- 57 फुट लंबी प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए विशाल क्रेनों का इस्तेमाल किया गया।
यह भी पढ़ें… रामाधीन सिंह उत्सव भवन में धूमधाम से हुई गणपति की आरती, भक्तों का लगा तांता!