आइडिया और वोडाफोन जो भारत की सबसे उभरती टेलीकॉम कंपनियों हैं दोनों ने जियो को कड़ी टक्कर देने के लिए विलय करने का फैसला किया है. इस तरह ये दोनों कम्पनियां देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम प्रोवाइडर कंपनी कहलाएँगीं.
विलय का राज़
- पिछले कई महीनों से बाजारों में जियो की धूम मची है.
- उसी बीच में कई टेलिकॉम कम्पनियों की विलय की बात चल रही थी.
- आईडीया और वोडाफोन के बीच हिस्सेदारी हुई है.
- वो इस प्रकार है.आदित्या बिड़ला ग्रुप की आइडिया के पास 26फीसदी रहेगा.
- वहीँ आइडिया के पास 28.9 प्रतिशत रहेगा,
- कंबाइंड इनटाइटी के तहत वोडाफोन 45.1 प्रतिशत का मालिक बनेगा.
कई नौकरियां खतरे में
- आईडीया और वोडाफोन के विलय होने से कई नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं.
- वर्तमान समय में तीन लाख से ज्यादा कर्मचारी इस सेक्टर में कार्यरत हैं.
- विलय होने से कई लोगों की नौकरी पर खतरे के बादल नजर आ रहे हैं.
- कुमार मंगलम बिरला ने नयी कम्पनी के चेयरमैन बनने पर ख़ुशी जताई है.
- अब कम्पनी ये साझेदारी किस तरह निभाएगी.
- ग्राहकों को लुभाने के लिए क्या नए ऑफर लाएगी.
- ये तो वक़्त ही बताएगा. पर दोनों टेलिकॉम कम्पनी साझेदारी में
- मार्केट में पेश होने जा रहीं हैं. उम्मीद है इस विलय से वो अन्य कम्पनियों को
- मज़बूत टक्कर देने में सक्षम हों.