पीएम नरेन्द्र मोदी के 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दें के बाद से लोगो को काफी समस्या हो रही है। विपक्षी दल के नेता भी लगातार केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर घेरने में लगे हुए है। पीएम मोदी लगातार कह रहे है कि देश को आगे बढ़ाने के लिए हमें कैशलेस बनना होगा। इसकी शुरुआत करते हुए इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने ने एक ख़ास तरह का काम किया है।
IGNOU बना पहला कैशलेस विश्वविद्यालय :
- भारत को कैशलेस बनाने की बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार कह चुके है।
- इसकी शुरुआत आज से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा कर दी गयी है।
- IGNOU अब देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बन गया है जहां सारा लेन-देन नगद नहीं होगा।
- विश्वविद्यालय द्वार यह फैसला केंद्र सरकार के देश को कैशलेस बनाने के ऐलान के बाद किया गया है।
यह भी पढ़े : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जन-धन खाता बना कुबेर का खजाना!
- अब से IGNOU में आवेदन फ़ार्म, फीस सहित कुछ भी लेन-देन कैश में नहीं होगा।
- इसके अलावा छात्रों को नए सत्र से विश्वविद्यालय द्वारा छात्र डेबिट कार्ड भी दिया जाएगा।
- जिससे वे इग्नू में सभी तरह के भुगतान करने के लिए इसका उपयोग कर सकेंगे।
यह भी पढ़े : यहां माया को TV पर सुनकर BSP कार्यकर्ताओं में दिखा जोश!