व्यापारियों व उद्यमियों को मौजूदा अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की बजाय वस्तु एवं सेवा कर व्यवस्था को अपनाने में सहयोग और सहायता देने के लिए इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन(आईआईए) व जीएसटी गुरुकुल ने हाथ मिलाया है।
रखनी होगी तकनीक व नियमो की जानकारी :
- बताया जा रहा है कि जीएसटी अगले साल 1 अप्रैल से लागू होने जा रहा है।
- इस समयसीमा के भीतर सभी को नियम अपनाने के लिए जहाँ एक ओर तकनीक का ध्यान रखना होगा।
- वहीँ दूसरी ओर जीएसटी से जुड़े सारे नियमो की जानकारी रखना भी अनिवार्य होगा।
- व्यवसाइयों की इस समस्या को देखते हुए आईआईए व गुरुकुल ने आपस में करार किया है।
- इस करार के तहत व्यापारियों को जीएसटी से जुड़ी ज्ञानवर्धक जानकारियाँ दी जायेंगी।
- इसके साथ ही जीएसटी पर कुछ सेमीनार व कार्यशाला भी आयोजित की जायेंगी।
- साथ ही इन्ही कार्यशालाओं में व्यापारियों की समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा।
- इसके अलावा दोनों संस्थाएं राज्य व केंद्र सरकारों को जीएसटी से जुड़े सुझाव भी देंगी।
- आईआईए के अध्यक्ष मनीष गोयल ने इस मौके पर एक एहम घोषणा की है।
- इस घोषणा के अनुसार अगले एक साल तक लघु व माध्यम उद्योगों को जीएसटी से जुड़ी हर सहायता मिलेगी।
- इसके साथ ही इस मौके पर गुरुकुल नें आईआईए के सामने जीएसटी के नियमो का एक प्रस्तुतिकारण भी किया।
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