आईआईटी में पढ़ने का सपना यूं तो इंजीनियर बनने की तमन्ना रखने वाला हर छात्र देखता है लेकिन बहुत कम ऐसे छात्र होते हैं जिन्हें देश के इस सबसे प्रतिष्ठित संस्थान में से एक आईआईटी में पढ़ने का मौका मिलता है। आईआईटी में प्रवेश पाना पहले से ही शिक्षा के क्षेत्र में सबसे मुश्किल कामों में से एक काम था लेकिन अब ऐसा भी हो सकता है कि कोई छात्र प्रवेश परीक्षा प्राप्त करने के बाद भी इस संस्थान में दाखिला लेने से वंचित रह जायें।
आईआईटी ने आने वाले संत्र से अपनी फीस 90,000 सालाना से बढ़ाकर 2 लाख रूपयें प्रतिवर्ष कर दी है। मानव ससांधन विकास मत्रांलय ने आईआईटी को अपनी फीस बढ़ाने की मजूंरी दे दी है।
- आईआईटी में पढ़ना हुआ महंगा।
- आईआईटी की फीस बढ़कर 2 लाख रूपये प्रतिवर्ष हुई।
- इस संस्थान की स्टैंडिग कमेटी की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए मानव ससांधन विकास मंत्रालय ने फीस को बढ़ाने के लिए अपनी मंजूरी दी।
- जुलाई से आरम्भ होने वाले संत्र में बढ़ोत्तरी लागू होगी।
- मोटे तौर पर यह फीस यहां पढ़ने वाले छात्रों पर होने वाले खर्चो को ध्यान में रखकर बढ़ाई गई है।
- जिन परिवारों की आय वार्षिक आय पांच लाख रूपये सालाना तक है, उन्हें दो तिहाई फीस माफ होगी और बाकी बची फीस का इन्तेजाम करने के लिए उन्हें ऋण का विकल्प भी दिया जायेगा।
- देश के करीब डेढ़ दर्जन आईआईटी संस्थान हैं जिनमें प्रतिवर्ष हजारों छात्र प्रवेश परीक्षा के द्वारा पढ़ने आते है।
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