सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार यह महाभियोग तकनीकी आधार पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने खारिज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस की अगुवाई में 7 विपक्षी दलों की ओर से दी गई नोटिस पर 71 सांसदों के दस्तखत थे लेकिन उस पर 7 ऐसे सांसदों के हस्ताक्षर थे जो रिटायर हो चुके हैं।
कांग्रेस सहित 7 दलों ने दिया था महाभियोग का प्रस्ताव
बता दें कि सीबीआई जज जस्टिस लोया की मौत की स्वतंत्र जांच को लेकर दायर की गई याचिका को प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अगवाई वाली बेंच ने खारिज कर दिया। बेंच के इस फैसले के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू से मिलकर CJI दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग चलाने का नोटिस दिया। सूत्रों के अनुसार, सात राजनीतिक दलों से राज्यसभा के 60 से ज्यादा सदस्यों ने महाभियोग का प्रस्ताव दिया था। महाभियोग के नोटिस पर हस्ताक्षर करने वाले सांसदों में कांग्रेस, माकपा, भाकपा, राकांपा, सपा और बसपा के सदस्य शामिल थे।
SC ने कहा ”हम सभी इसे लेकर बहुत विक्षुब्ध हैं”
सुप्रीम कोर्ट की महाभियोग पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि महाभियोग पर सार्वजिनक रूप से चर्चा किए जाना‘‘ बेहद दुर्भाग्यपूर्ण।’’ कहा कि अटॉर्नी जनरल जानकारी दें कि क्या इसे रोका जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति ए.के. सिकरी और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की पीठ ने कहा, ‘‘हम सभी इसे लेकर बहुत विक्षुब्ध हैं।’’