भारत में होम्योपैथी दवाएं लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं.भारत में होम्योपैथी दवाएं बनाने और बेचने की प्रणाली में जल्द बदलाव होगा.इस बदलाव से होम्योपैथी दवाएं लोगों के बीच और बढ़ जायेगी और इसकी पहुँच अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक हो जायेगी.
नियमों में एकरूपता आएगी
- भारत में निर्मित होम्योपैथिक दवाएं अंतरार्ष्ट्रीय स्तर तक पहुँच चुकी हैं.
- नए नियम और कानून लागू होने के बाद इनकी पहचान में और वृद्धि आएगी.
- भारतीय बजारों के साथ साथ विदेशी बजारों में भी इनकी चमक और बढ़ेगी.
- इन नए नियमों को जल्द लागू करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस की शुरुआत हुई है.
- आयुष मंत्री श्रीपद यशो नायक ने इस पर बयान दिया है.
- उन्होनें कहा सरकार इस मुहिम में हर संभव मदद करेगी.
अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन
- दुनिया भर से तमाम होम्योपैथी के विशेषज्ञ इस मीट में हिस्सा लेने आ रहे हैं.
- होम्यौपैथी विशेषज्ञ डॉक्टर एसीएस बख्शी ने इस नयी पहल पर ख़ुशी जताई है.
- उन्होंने कहा इस नयी प्रणाली से होम्यौपैथी जगत को नए आयाम हासिल होंगें.
- इस बैठक का आयोजन दिल्ली में हो रहा है.
- दुनिया भर के तमाम देश इस कांफ्रेंस में हिस्सा लेने पहुँच रहे हैं.
- रूस, कजाकिस्तान, जर्मनी, इंग्लैंड सहित कई देशों के विशेषज्ञ दिल्ली पहुंचे हैं.
- उम्मीद है सरकार द्वारा लिए गए ये कदम सकारत्मक नतीजे लायें.