बीते दिनों से बड़े नोटों पर सरकार द्वारा लगे प्रतिबन्ध से जहाँ एक ओर आम आदमी त्रस्त है वही नक्सली भी इससे अछूते नही हैं. नोटबंदी ने इनकी भी कमर तोड़ कर रख दी है. जिसके बाद नक्सली अब लोगों को डरा धमका कर अपना काला बैंक में जमा कराने के लिए दवाब डाल रहे हैं.
कर रहें हैं आम आदमी को परेशान :
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 का नोट बंद होने से आतंकवाद और जाली नोट पर काफी लगाम लगी.
- नोटबंदी के फैसले के बाद से अब बिहार व झारखण्ड के नक्सलियों में खलबली मच गई है.
- सुऱक्षा एजेंसियों के अनुसार झारखंड और छत्तीसगढ़ में नक्सली अपने कालेधन को लेकर काफी परेशान हैं.
- जिसके बाद वे अब आम आदमी को अपना काला पैसा बैंकों में जमा करवाने के लिए धमका रहे हैं.
- यही नहीं अब जनधन खातों के साथ-साथ पेंशन से जुड़े खातों में पैसे जमा करने की साजिश हो रही हैं.
- खबर है कि अवैध वसूली के जरिए नक्सलियों के पास काफी पैसा इकट्ठा है.
- ऐसे में सरकार के फैसले से अब वो नोट बदलने के लिए लोगों को परेशान कर रहे हैं.
- आपको बता दें कि ऐसी खबर आने के बाद सुरक्षा एजेसियां भी चौकन्नी हो गई है.
- जो ऐसे लोगों पर नजर रख रही हैं जो बड़ी मात्रा में बैंक में पैसा जमा कर रहे हैं.
- झारखंड में पुलिस ने शक के आधार पर कुछ लोगों पर कारवाई भी की है.
- 2014 में संसद में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक नक्सलियों की एक साल की कमाई 140 करोड़ से ऊपर की है.
- बता दें कि देश के बीस राज्यों में करीब 200 जिलों में नक्सलियों का खौफ है.
- नक्सली ज्यादातर लोगों से वसूली करके ही पैसा जमा करते हैं.
- साथ ही इसे ज्यादातर जंगलों में जमीन के नीचे दबाकर रखते हैं.
- जाहिर है कि नोटबंदी के बाद नक्सलियों के इस कालेधन पर आफत आ गई है.