राष्ट्रीय हो या अंतरराष्ट्रीय मुद्दा चीन ने भारत के लिए हमेशा अड़ंगा ही डाला है.जल्द ही भारत और अमेरिका चीन को सबक सिखाएगा मालाबार में नौ सेना भ्यास में तीन बड़े देश शिरकत करेंगे.
भारत और अमेरिका का नौसेना अभ्यास
- चीन की चाल समझते हुए अब भारत भी मुह तोड़ जवाब देगा.
- अमेरिका और भारत के बीच बड़े तौर पर रणनीतिक बदलाव आ रहे हैं.
- सालाना मालाबार नौसेना अभ्यास जो भारत और अमेरिका के बीच होता है.
- उसे विस्तार दिया जा रहा है.
जापान भी इस अभ्यास का साझेदार
- जपान भी अमेरिका और भारत के साथ नौसेना अभ्यास करेगा.
- अमेरिका के सातवें बेड़े के वाइस ऐडमिरल जोसेफ पी. एकॉइन इस सिलसिले में इंडियन नेवी चीफ से मुलाकात की.
- अगले साल हिन्द महासागर में इक्कीसवां नौसेना अभ्यास होगा
- काफी व्यापक होगा तीनों देशों की साझेदारी में होने वाला ये अभ्यास.
- अमेरिका के P-81 एयरक्राफ्ट को पत्रोलिंग के लिए प्रयोग करता है भारत.
- धुनिक रडार सिस्टम, खतरनाक हार्पून ब्लॉक 2 मिसाइल्स और एमके-54 लाइटवेट टॉरपिडो से निर्मित है.
और देशों को भी साथ जोड़ने का विचार
- अमेरिका ने चाहा है की और देश भी इस अभ्यास का हिस्सा बनें.
- चीन इस तस्वीर को बेहद आपत्तिजनक तरीके से देखेगा.
- वो कभी नहीं चाहेगा की उसके खिलाफ या उससे ज्यादा ताकतवर कोई समूह बने.
- चीन की छह पन्दुब्बियाँ चार साल से करांची के पास घूमती नजर आ रहीं हैं.
- भारत के लिए ये अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण रहेगा.