भारत और ब्रिटेन के बीच नौ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में तकनीकी, व्यापार और निवेश के मुद्दों समेत नौ समझौतों पर दस्तखत किए हैं। दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय अपराधों को खत्म करने के उद्देश्य से सूचना के आदान-प्रदान और सहयोग के लिए भी सहमति पत्र पर दस्तखत किए हैं।
आतंकी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का संकल्प लिया:
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे वैश्विक आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया। दोनों देशों ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद को किसी एक धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे के बीच ‘सार्थक चर्चा’ के बाद दोनों देशों ने आतंकवाद का मुकाबला करने का संकल्प लिया।
दोनों नेताओं के बीच बातचीत में सीरिया हवाई हमले, आतंकवाद विरोधी लड़ाई, कट्टरपंथ और ऑनलाइन चरमपंथ पर मुख्य रूप से चर्चा की गई।
भारत और ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में तकनीकी, व्यापार और निवेश के मुद्दों समेत नौ समझौतों पर दस्तखत किए हैं। दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय अपराधों को खत्म करने के उद्देश्य से सूचना के आदान-प्रदान और सहयोग के लिए भी सहमति पत्र पर दस्तखत किए हैं। अपराधियों के रिकार्ड के आदान-प्रदान के साथ ही संगठित अपराधों को खत्म करने के लिए भी समझौता किया गया है।
इसके अलावा, दोनों देशों ने साइबर संबंधों के साथ ही स्वतंत्र, मुक्त, शांतिपूर्ण और सुरक्षित साइबर स्पेस के संबंध में समझौते के अलावा, साइबर सुरक्षा प्रबंधन पर भी समझौते किए हैं। सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग पर समझौता हुआ है।
इससे पूर्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे से मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने से द्विपक्षीय व्यापार को और बढ़ाने के बेहतर अवसर मिले हैं। दोनों नेताओं ने भारत और ब्रिटेन के संबंधों में विभिन्न आयामों पर लाभकारी बातचीत की। इस दौरान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई, कट्टरवाद और ऑनलाइन कट्टरवाद पर भी चर्चा हुई। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से बकिंघम पैलेस में मुलाकात की और साझा हितों पर बातचीत की।