अमेरिका के दौरे पर पीएम मोदी ने कारोबारी जगत से मुलाकात की। इस कार्यक्रम के दौरान अमेजॉन के चीफ जेफ बेजोस, सिस्को के जॉन चैंबर्स, पेप्सिको की इंदिरा नूयी, मास्टरकार्ड के अजय बंगा और बोइंग के डेनिस मुलेनबर्ग समेत कई दिग्गज मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सभी दिग्गज कारोबारियों को भरोसा दिलाया कि भारत निवेश के लिहाज से बेहतरीन ठिकाना बन गया है। सरकार ने पॉलिसी के मोर्चे पर कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे अब कारोबार करना काफी आसान हो गया है। उन्होंने इन सभी को भारत में अपना निवेश बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात की। भारत को इस बैठक से बड़ी सफलता हाथ लगी है।
पाकिस्तान के राह में रोड़ा बनने के बावजूद विश्व ने भारत की बढ़ती ताकत को समझा है जिसके फलस्वरूप अमेरिका के समर्थन से मिसाइल टेक्नॉलॉजी को नियंत्रण करने वाली संस्था एमटीसीआर की सदस्यता का रास्ता भारत के लिए साफ हो गया है। इसके साथ ही न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप यानी एनएसजी में भारत की एंट्री को अमेरिका का समर्थन मिला है।
भारत की कूटनीतिक सफलता के रूप में इसे अहम माना जा रहा है और भारत अब 35वें सदस्य देश के रूप में एमटीसीआर में शामिल होगा, जिसके बाद एनएसजी की सदस्यता के प्राप्त करने के और करीब आ गया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार अब भारत के एमटीसीआर में शामिल होने की औपचारिक घोषणा ही शेष है।
अमेरिका के तरफ से भी एक बयान में कहा गया है कि इस साल के अंत में भारत के इस प्रतिनिधि मंडल में शामिल होने की घोषणा कर दी जाएगी। आयरलैंड में नार्वे के राजदूत रोल्ड ने ट्वीट किया कि भारत का मिशन पूरा हुआ और आप औपचारिकताएं शेष हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भारत के लिए बड़ी जीत बताया और साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का शुक्रिया भी अदा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये देश के लिए गौरवपूर्ण क्षण है।