उरी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना द्वारा ‘LOC’ नियंत्रण रेखा के पार सात आतंकी ठिकानों पर ‘ सर्जिकल ऑपरेशन ‘ चलाया गया । जिसके अंतर्गत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसपैठ की साजिश रच रहे आतंकवादियों को बड़ी संख्या में मार गिराया गया । भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल आपरेशन किये जाने से पुरे देश में ख़ुशी और जश्न का माहोल छाया है । ‘सर्जिकल ऑपरेशन ‘ करने के बाद आज भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन ,फ्रांस और चीन सहित 25 देशों के राजदूतों को इस मामले की जानकारी दी ।
विदेश सचिव: सैन्य से ज्यादा आतंकवाद निरोधी अभियान था सर्जिकल ऑपरेशन
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया की विदेश सचिव
- एस जयशंकर ने सर्जिकल ऑपरेशन किये जाने के संदर्भ में साउथ ब्लॉक में राजदूतों को जानकारी दे दी है ।
- विदेश सचिव ने राजदूतों को बताया कि यह ‘‘सैन्य से ज्यादा असल में आतंकवाद निरोधी अभियान’’ है ।
- यह अभियान उन आतंकवादियों को मार गिराने के लिए था ।
- जिन्हें जम्मू कश्मीर तथा भारत के अन्य प्रमुख शहरों पर हमलों के लिए प्रशिक्षण दिया गया था ।
- विदेश सचिव ने राजदूतों यह भी बताया कि भारत की फिलहाल इस तरह के किसी अन्य अभियान की योजना नहीं है ।
- लेकिन सैन्य बल आतंकवादियों को कोई अन्य हमला भी करने नहीं देंगे ।
- गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली सर्वदलीय बैठक में भी इस बारे में जानकारी दी गई ।
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